Posted on 08 Dec, 2017 7:41 pm

भोपाल : शुक्रवार, दिसम्बर 8, 2017
 

मध्यप्रदेश में भावांतर भुगतान योजना का किसानों को भरपूर लाभ मिल रहा है। भावांतर राशि किसानों के बैंक खातों में सीधे पहुंच रही है। भावांतर भुगतान योजना 8 फसलों सोयाबीन, मूंगफली, तिल, रामतिल, मक्का, मूंग, उड़द और अरहर के लिये लागू की गई है। इस योजना में इसके पोर्टल पर पंजीकृत किसानों को निश्चित अवधि में प्रदेश की मंड़ियों में विक्रय किये गये कृषि उत्पादों पर उक्त फसलों की जिले की उत्पादकता की सीमा तक न्यूनतम समर्थन मूल्य तथा किसान की विक्रय दर/औसत मॉडल विक्रय दर के अन्तर की राशि भावांतर राशि राज्य सरकार द्वारा किसान के बैंक खाते में जमा करवाई जा रही है।

रतलाम, झाबुआ, खंडवा और इंदौर जिलों के किसानों को भावांतर भुगतान योजना का अप्रत्याशित लाभ मिला है। रतलाम जिले में 5,800 से ज्यादा किसानों को 5 करोड़ 23 लाख रुपये का भुगतान अन्तर राशि के रूप में किया गया है। जिला धामेड़ी के किसान कमल पाटीदार को अपनी फसल बेचने पर अन्तर की राशि 40 हजार रुपये का भुगतान किया गया है। उन्होंने करीब 15 बीघा जमीन में उड़द की फसल बोई थी। इसमें 43 क्विंटल उत्पादन हुआ था। कमल पाटीदार जब अपनी फसल बेचने गए तो उन्हें पता चला कि उड़द का बाजार भाव लगभग 2400 रुपये प्रति क्विंटल है, उन्हें निराशा भी हुई। कमल ने भावांतर भुगतान योजना में पंजीयन कराया था। इस कारण उन्हें 40 हजार रुपये की अन्तर राशि के रूप में भुगतान किया गया। धराड गांव के ईश्वरलाल पाटीदार को उड़द की फसल बेचने पर 85 हजार रुपये, ग्राम शिवपुर के किसान राजेन्द्र कुमार को सोयाबीन की फसल बेचने पर करीब 53 हजार रुपये, एक अन्य किसान शंकरलाल को 52 हजार रुपये अन्तर राशि के रूप में भुगतान मिला है। झाबुआ जिले में 1078 किसानों को अपनी फसल बेचने पर भावांतर भुगतान योजना में 71 लाख 65 हजार रुपये का भुगतान अन्तर राशि के रूप में मिला है। पेटलावद विकास खंड के ग्राम छोटी गेहण्डी के किसान लक्ष्मण सिंह को 42 हजार 276 रुपये का भुगतान अन्तर राशि के रूप में मिला है। लक्ष्मण सिंह बताते हैं कि उन्होंने करीब 90 क्विंटल सोयाबीन पेटलावद मंडी में बेचा, उनका योजना में पंजीयन था, इस कारण उन्हें भावांतर राशि मिली। आदिवासी बहुल जिले में अनेक किसानों ने बताया कि उनके लिये भावांतर भुगतान योजना बहुत लाभकारी है।

खंडवा जिले में करीब 5 हजार किसानों के खातों में 3 करोड़ रुपये से अधिक की भावांतर राशि जमा की गई है। जिले के ग्राम छापाकुंड के किसान अशोक मीणा बताते है कि बचपन में सुनी कहावत ' दोनों हाथों में लड्डु' इस योजना से पूरी होते हुए देखी है। किसान अशोक मीणा ने 18 क्विंटल उड़द 2200 रुपये प्रति क्विंटल के भाव से बेची तो उन्हें 39,600 रुपये की राशि मिली। प्रदेश सरकार की भावांतर भुगतान योजना के कारण न्यूनतम समर्थन मूल्य और मॉडल रेट के अन्तर की राशि 2400 रुपये प्रति क्विंटल के मान से 43,200 रुपये अतिरिक्त लाभ के रूप में प्राप्त हुई। इंदौर जिले में 3123 किसानों को 3 करोड़ 31 लाख रुपये भुगतान राशि के रूप में मिले हैं। ये राशि आरटीजीएस के माध्यम से किसान के खातों में सीधे भेजी गई है। ग्राम बलगारा विकासखंड सांवेर के प्रगतिशील किसान अन्तर सिंह को 62 हजार 466 रुपये अन्तर राशि के रूप में मिले हैं। अन्तर सिंह के पास 50 बीघा जमीन है उन्होंने कृषि उपज मंडी सांवेर में 136 क्विंटल सोयाबीन बेची थी। इंदौर जिले के सैकड़ों किसान भावांतर भुगतान योजना में भावांतर राशि पाकर खुश हैं। उन्हें अब फसल का लाभकरी दाम मिल रहा है।

सफलता की कहानी (रतलाम, झाबुआ, खंडवा और इंदौर)

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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