Posted on 10 Dec, 2017 6:08 pm

भोपाल : रविवार, दिसम्बर 10, 2017
 

नीमच जिले के किसानों ने भावांतर भुगतान योजना की खुले मन से प्रशंसा की और इसे किसानों के हित में अब तक का सबसे अधिक महत्वपूर्ण फैसला बताया है। नीमच जिले की मनासा तहसील के ग्राम सेमली आंत्री के किसान भोपाल सिंह पिता मोहन सिहं राजपूत ने भावान्तर भुगतान योजना को खेती को लाभ का धन्धा बनाने की दिशा में कारगर कदम बताया है। श्री भोपाल सिंह कहते हैकि इस योजना से सरकार ने खेती को घाटे से उबार दिया है, वर्ना हमें अगली फसल लेने में काफी परेशानी उठाना पड़ती।

किसान भोपाल सिंह राजपूत ने मनासा मण्डी में 70 क्विंटल सोयाबीन बेची थी, जिसकी कीमत व्यापारी से तो उन्हे उसी दिन नगद मिल गई। भावांतर भुगतान योजना में भावांतर की राशि 33 हजार 993 रूपये 8 दिसम्बर 2017 को उसके खाते में जमा मिली है। 

    नीमच तहसील के ग्राम चम्पी की नानी बाई पति भवानी राम कुमावत भावांतर भुगतान योजना को फसल का उचित दाम मिलने की गारंटी मानती है। उन्हें 20 क्विंटल उड़द नीमच मण्डी में बेचने पर 36 हजार 18 रूपये की भावांतर राशि सीधे बैंक खाते में जमा होने पर बिचौलियों से निजात मिली है। नीमच जिले के किसान इन्द्राबाई पाटीदार को 30 हजार 475 रूपये, गोविंदराम गुर्जर को 37 हजार 200 रूपये, शोभालाल धाकड को 49 हजार 577 रूपये, मदनलाल नागदा को 44 हजार 767 रूपये, मोहम्मद जमील खॉन को 31 हजार 136 रूपये, भेरू सिंह को 31 हजार 116 रूपये, रतनलाल को 30 हजार 364 रूपये, शिव प्रसाद को 32 हजार 491 रूपये, उदयराम धनगर को 35 हजार 36 रूपये एवं राधेश्याम धाकड को 36 हजार 620 रूपये भावांतर राशि का भुगतान मिला है।

अब किसान भाई फसलों के भाव में उतार-चढाव की चिंता से मुक्त हो गए हैं। सरकार ने भावांतर भुगतान योजना से किसानों को फसल की लाभकारी कीमत दिलाने की गांरटी प्रदान की है। नीमच जिले में 3 हजार 134 किसानों को अब तक 2 करोड़ 4 लाख 936 रूपये की भावांतर राशि का भुगतान उनके खाते में किया गया है। 

सफलता की कहानी (नीमच)

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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