Posted on 24 May, 2018 3:14 pm

 

भारत के लद्दाख स्थित सिंधु दर्शन तीर्थयात्रा केलिये आवेदन आमंत्रित किये गए हैं। इस यात्रा के लिये 11 जिलों के 500 यात्रियों की संख्या निर्धारित की गई है। इसमें भोपाल-200, इंदौर-80, ग्वालियर, जबलपुर तथा उज्जैन- 30(प्रति जिला), शिवपुरी-होशंगाबाद 20-20, कटनी, खंडवा, रीवा, सतना- 10 यात्री (प्रति जिला) तथा आगर-मालवा से 50 यात्रियों की संख्या सिंधु तीर्थ दर्शन की यात्रा के लिये निर्धारित की गई है।

सभी जिला कलेक्टरों को निर्देशित किया गया है कि यात्रियों के चयन के लिये आवेदन 8 जुलाई तक प्राप्त करें। यात्री संख्या अधिक होने पर लाटरी द्वारा यात्रियों का चयन 15 जुलाई तक अनिवार्य रूप से करें और यात्रियों को अविलम्ब सूचित भी करें। सिन्धु दर्शन यात्रा के लिये प्राप्त आवेदनों में से उपलब्ध कोटे के अनुसार यात्रियों का चयन किया जायेगा। कोटे से 10 प्रतिशत अतिरिक्त व्यक्तियों की प्रतीक्षा सूची बनाई जायेगी। चयनित यात्री के यात्रा पर नहीं जाने की स्थिति में प्रतीक्षा सूची में क्रमानुसार सम्मिलित व्यक्ति को यात्रा पर भेजा जा सकेगा। लाटरी निकालते समय आवेदक के आवेदन के साथ पत्नि अथवा पति के द्वारा भी आवेदन किया गया हो, तो उसे एक मानते हुए लाटरी निकाली जायेगी। चयन होने पर उपलब्ध सीटों में से उतनी संख्या कम कर दी जायेगी।

उल्लेखनीय है कि सिन्धु दर्शन तीर्थ यात्रा का मुख्य उद्देश्य इस यात्रा पर जाने वाले प्रदेश के तीर्थ यात्रियों को आर्थिक सहायता पहुँचाना हैं। सिंधु तीर्थ दर्शन यात्रा के लिये चयनित व्यक्ति को यात्रा के बाद वास्तविक व्यय का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने पर यात्रा पर हुये व्यय की 50 प्रतिशत राशि की प्रतिपूर्ति अधिकतम 10 हजार प्रति यात्री तक पात्रता होगी परन्तु चयनित यात्री को आयकर दाता नहीं होना चाहिए। सिंधु दर्शन की तीर्थ यात्रा पर जाने वाला तीर्थ यात्री को मध्यप्रदेश का मूल निवासी होने पर तथा धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग द्वारा चयनित व्यक्ति ही योजना का लाभ प्राप्त करने का पात्र होगा। आयकर दाता को तीर्थ यात्रा उपरांत अनुदान भुगतान की पात्रता नहीं होगी।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश