Posted on 14 Jan, 2019 7:03 pm

 

लोक निर्माण एवं पर्यावरण मंत्री श्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा है कि मण्डीदीप औद्योगिक क्षेत्र को देश भर में पर्यावरण के मामले में आदर्श क्षेत्र के रूप में विकसित किया जायेगा। इसके लिए उन्होंने उद्योगपतियों से सहयोग प्रदान करने का आग्रह किया। श्री वर्मा आज मण्डीदीप में इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

पर्यावरण मंत्री श्री वर्मा ने कहा कि प्रदूषण आज दुनिया के सामने सबसे बड़ी चुनौती है। औद्योगिकीकरण आज जितना जरूरी है, उतना ही पर्यावरण संरक्षण भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार द्वारा जनता से किये गये वायदों को वचन-पत्र के माध्यम से पूरा किया जा रहा है। उद्योगों से निकलने वाले प्रदूषित पानी से प्रदेश की नदियाँ और जल-स्रोत दूषित न हों, इसके लिये औद्योगिक क्षेत्रों में संयुक्त दूषित जल उपचार संयंत्र लगाये जाने के प्रस्ताव तैयार किये जायें। इसके संचालन की जिम्मेदारी का संयुक्त निर्वहन राज्य सरकार के साथ औद्योगिक इकाइयाँ सामूहिक रूप से करें। इसके लिए उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को भी निर्देश दिये।

इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री मनोज मोदी ने बताया कि 40 साल पुराने मण्डीदीप औद्योगिक क्षेत्र में 900 औद्योगिक इकाइयों में से 250 औद्योगिक इकाइयों ने पर्यावरण के मामले में अनुमति नियमानुसार ली है। क्षेत्र की 650 औद्योगिक इकाइयाँ ऐसी हैं, जिन्हें केन्द्र सरकार की उत्पाद सूची से विधिवत अनुमति मिली हुई है। जागरूकता के लिए मण्डीदीप औद्योगिक क्षेत्र में एसोसिएशन द्वारा जीएसटी, पर्यावरण और श्रमिकों की सुरक्षा पर लगातार कार्यशाला की जा रही है। कार्यक्रम में मण्डीदीप नगरपालिका अध्यक्ष श्री बद्रीप्रसाद भी मौजूद थे।

बेतवा नदी का निरीक्षण

पर्यावरण मंत्री श्री वर्मा ने मण्डीदीप दौरे में औद्योगिक क्षेत्र के करीब से बहने वाली बेतवा नदी का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को नदी के संरक्षण के संबंध में किये जाने वाले उपायों के संबंध में निर्देश दिये। पर्यावरण मंत्री ने मण्डीदीप में लगाये गये एयर क्वालिटी स्टेशन डिस्पले बोर्ड का भी अवलोकन किया। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के रीजनल अधिकारी श्री पुष्पेन्द्र सिंह बुंदेला ने विभाग की ओर से मण्डीदीप औद्योगिक क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश​​