Posted on 19 May, 2016 12:56 pm

Last Shahi Snan of centurys second Simhastha on May 21

Shaivite and Vaishnavite Akharas to take holy dip simultaneously at Dutt Akhara and Ramghat
Shahi Snan of Akharas to begin at 3 am
Decisions for devotees' convenience taken at meeting of Akhara Parishad 

Bhopal : Thursday, May 19, 2016, 21:12 IST
 

During last Shahi Snan of century's second Simhastha at Ujjain on May 21, Shaivite and Vaishnavite Akharas will take holy dip simultaneously at Dutt Akhara and Ramghat from 3 am. This would be for the first time that devotees will see saints and seers take the holy dip simultaneously on both the banks of river Kshipra. This was decided at a meeting of Akhil Bharatiya Akhara Parishad chaired by its President Shri Narendra Giri at Ujjain today.

Through consensus, the meeting decided to increase timing of Snan by one hour and begin it from 3 am instead of 4 am. The meeting also decided about simultaneous holy dip by Shaivite and Vaishnavite Akharas. Due to this, the holy dip by Akharas will wind up by 11 am after which ghats will be available for holy dip by devotees. Those present at the meeting included Akhara Parishad's General Secretary Shri Hari Giriji, Dvisional Commissioner Dr. Ravindra Pastore, ADGP Shri V. Madhu Kumar, DIG Shri Rakesh Gupta, Collector Shri Kavindra Kiyawat, Mela Officer Shri Avinash Lavaniya and office-bearers of all 13 Akharas.

The meeting decided that Juna Aavhan and Agni Akhara will take the holy dip from 3 am, Niranjani and Anand Akhara from 4 am and Mahanirwani and Atal Akhara from 5 am. After the holy dip by saints and seers of Shaivite Akharas, Dutt Akhara ghat will be opened for common devotees from 7 am. Similar will be arrangements at Ramghat. There Nirmohi Ani Akhara will take the holy dip from 3 am, Digambar Ani Akhara from 4 am and Nirwani Ani Akhara from 5 am. Shahi Snan by Vaishnavite Akharas will conclude by 7.30 am. Udaseen Akharas will take the holy dip at Ramghat. Bada Udaseen Akhara and Naya Udaseen Akhara will reach Ramghat for the holy dip at 8.30 am and return to their Chhoanis at 9.30 am. Nirmal Akhara will perform Shahi Snan at Ramghat from 10 am and from 11 am the ghat will be opened for common devotees. Similarly, common devotees will also take the holy dip at Dutt Akhara ghat from 11 am.

SP Shri Manohar Singh Verma informed that processions of Shri Panchdashnami Akhara, Aavhan Akhara and Agni Akhara will go form their Chhaonis via Chhoti Rapat to the ghat and after Snan return to their camp via ramp near Dutt Akhara. Processions of Niranjani Akhara and Anand Akhara will go from their camp on Badnagar road via Chhoti Rapat while following traffic rule of walking left. It would stop at left side of the divider. The procession will march towards ghat after return of processions of Nirnajani Akhara. After Snan, the Akhara will vacate the ghat and return to its Chhaoni from other side of the divider via Shankaracharya road. Procession of Mahanirwani and Atal Akharas will go from their camp on Badnagar road via Chhoti Rapat and would stop at left side of the road divider near Dutt Akhara. The procession will enter the ghat after it is vacated. After Snan, they would return to their Chhaoni

Nirmohi, Digambar and Nirwani Akharas will take the holy dip from 3 am. They would reach Ramghat via Khak Chowk, Ankpat, Patel Nagar, Nikas Chauraha, Kanthal, Sati Gate, Chhatri Chowk, Patni Bazar, Gudri Chauraha and Ramanuj Gate. After Snan, they would return to their Chhaoni via Gandahrva Gate, Dani Gate, Bilotipura, Juna Somwariya, in front of Valkimi Dham, Pipali Naka on Ankpat road.

Bada Udaseen Akhara will depart from in front of Rajput Dharmshala and enter Ramghat via Dharmshala on Dani Gate Mod Ki Dharmshala and Gangaur Gate. Naya Udaseen Akhara will enter Ramghat via Shankaracharya trisection and Chhoti Rapat. Both Akharas will return via Pipali Naka on Ankpat road. Nirmal Akhara will stop near Sewa Dal camp at road divider on Chhoti Rapat and reach the ghat after return of Naya Udaseen Akhara. It would return after Snan via same route.

Consensus was also reached at the meeting on strict observance of time-table and completing Snan within prescribed time-limit. There was also consensus of using limited number of vehicles in processions, inking numbers on vehicles and limiting number of devotees in processions to avoid inconvenience in traffic. Divisional Commissioner said that Akharas should urge their Mahamandaleshwars to take the holy dip with their processions and not separately. No vehicle or devotee without number and ID card should take part in the holy dip.

Akhara Parishad's President Shri Narendra Giriji urged all Akharas to reach ghats at the time prescribed for them and vacate ghats after Snan for other Akharas. Due to this, there would be no difficulty. He appealed to follow traditions. Representatives of all Akharas also put forth valuable suggestions.

Jagdish Malviya

 

सदी के दूसरे सिंहस्थ के अंतिम शाही स्नान 21 मई को

दत्त अखाड़ा व रामघाट पर एक ही समय में होगा शैव एवं वैष्णव अखाड़ों का शाही स्नान
प्रात: 3 बजे से प्रारंभ होगा अखाड़ों का शाही स्नान
अखाड़ा परिषद की बैठक में हुण्निर्णय से श्रद्धालुओं को होगी सुविधा 

भोपाल : गुरूवार, मई 19, 2016, 21:31 IST
 

सदी के दूसरे सिंहस्थ के तीसरे व अंतिम शाही स्नान में 21 मई को दत्त अखाड़ा व रामघाट पर एक ही समय प्रात: 3 बजे से क्रमश: शैव व वैष्णव सम्प्रदाय के अखाड़ों के साधु, संत शाही स्नान करेंगे। यह पहला अवसर है जब श्रद्धालु क्षिप्रा के दोनों तटों पर एक साथ साधु संतों को स्नान करते हुए दर्शन लाभ ले सकेंगे। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री नरेंद्र गिरी की अध्यक्षता में आज अखाड़ा परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया।

बैठक में सर्वसम्मति से स्नान का समय एक घंटा बढ़ाते हुए सुबह 4 बजे के स्थान पर 3 बजे करने तथा दत्त अखाड़ा घाट एवं रामघाट पर एक ही समय में शैव और वैष्णव अखाड़ों का शाही स्नान प्रारंभ करवाने का निर्णय लिया गया। इस निर्णय से अखाड़ों का स्नान का समय 11 बजे तक पूरा हो जाएगा और श्रद्धालुओं को स्नान के लिए घाट उपलब्ध रहेंगे। इससे आम श्रद्धालुओं को स्नान में काफी सुविधा होगी। बैठक में अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्री हरिगिरिजी, संभागायुक्त डॉ रवींद्र पस्तौर, एडीजीपी श्री व्ही. मधुकुमार, डीआईजी श्री राकेश गुप्ता, कलेक्टर श्री कवींद्र कियावत, मेला अधिकारी श्री अविनाश लवानिया सहित सभी 13 अखाड़ों के पदाधिकारी उपस्थित थे।

बैठक में निर्णय लिया गया कि जूना आवाहन एवं अग्नि अखाड़े का स्नान प्रात: 3 बजे से, निरंजनी एवं आनंद अखाड़े का स्नान प्रात: 4 बजे से तथा महानिर्वाणी एवं अटल अखाड़े का शाही स्नान प्रात: 5 बजे से प्रारंभ होगा। शैव अखाड़ों के साधु-सन्यासियों के स्नान के बाद प्रात: 7 बजे से दत्त अखाड़ा घाट आम श्रद्धालुओं के स्नान के लिए खुला रहेगा। इसी तरह रामघाट पर वैष्णव अखाड़ों के स्नान की व्यवस्था रहेगी। निर्मोही अणि अखाड़ा का स्नान प्रात: 3 बजे से, दिगम्बर अणि अखाड़े का स्नान प्रात: 4 बजे से एवं निर्वाणी अणि अखाड़े का स्नान प्रात: 5 बजे से रामघाट पर प्रारंभ होगा। सुबह 7.30 बजे तक रामघाट पर वैष्णव अखाड़ों का शाही स्नान पूरा हो जाएगा। रामघाट पर ही उदासीन अखाड़ों का स्नान होगा। बड़ा उदासीन अखाड़ा और नया उदासीन अखाड़ा प्रात: 8.30 बजे स्नान के लिए रामघाट पहुँचेगा और 9.30 बजे तक स्नान कर वापस अपनी छावनी में पहुँचेंगे। रामघाट पर निर्मल अखाड़े का स्नान प्रात: 10 बजे से प्रारंभ होगा और 11 बजे तक स्नान पूर्ण होकर घाट आम श्रद्धालुओं के स्नान के लिए उपलब्ध रहेगा। इस तरह प्रात: 11 बजे से आम श्रद्धालु रामघाट एवं दत्त अखाड़ा घाट पर पहुंचकर स्नान कर सकेंगे।

पुलिस अधीक्षक श्री मनोहर सिंह वर्मा ने बताया कि श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा, आवाहन अखाड़ा एवं अग्नि अखाड़े का जुलूस अपनी छावनी से रवाना होकर छोटी रपट पर पहुँचकर स्नान कर दत्त अखाड़ा के समीप बने रेम्प से अपने केम्प में पहुँचेंगे। निरंजनी अखाड़े एवं आनंद अखाड़े का जुलूस बड़नगर रोड स्थित शिविर से रवाना होकर छोटी रपट होते हुए बाएं चलने के सिद्धांत का पालन करते हुए रोड डिवाइडर के बायीं तरफ जाकर खड़ा हो जाएगा तथा निरंजनी अखाड़े के जुलूस के वापस होने के तुरंत बाद दत्त अखाड़ा में प्रवेश करेगा। यहाँ स्नान के बाद अखाड़ा घाट खाली कर डिवाइडर की दूसरी ओर से होते हुए बड़नगर रोड पर शंकराचार्य चौराहे होते हुए वापस अपनी छावनी में पहुँचेगा। महानिर्वाणी एवं अटल अखाड़े का जुलूस बड़नगर रोड स्थित केम्प से रवाना होकर छोटी रपट पर दत्त अखाड़ा घाट के समीप लगे रोड डिवाइडर के बांयीं ओर आकर खड़ा होगा तथा दत्त अखाड़ा घाट खाली होते ही घाट पर प्रवेश करेगा। स्नान के बाद डिवाइडर की दूसरी तरफ सड़क के बाएं चलने के सिद्धाँत का पालन करते हुए वापस अपनी छावनी के लिए रवाना हो जाएगा।

रामघाट पर निर्मोही, दिगम्बर एवं निर्वाणी अखाड़ों का स्नान भी प्रात: 3 बजे से प्रारंभ होगा। यह अखाड़े खाकचौक से अंकपात, पटेल नगर, निकास चौराहा, कंठाल, सती गेट, छत्री चौक, पटनी बाजार, गुदरी चौराहा, रामानुज कोट होते हुए रामघाट पर पहुँचेंगे। स्नान के बाद गंधर्व गेट से दानी गेट, बिलोटीपुरा, जूना सोमवारिया, वाल्मीकि धाम के सामने से पिपलीनाका, अंकपात मार्ग होते हुए यह अखाड़े वापस अपनी छावनी पहुँचेंगे।

बड़ा उदासीन अखाड़ा अपने शिविर के सामने से राजपूत धर्मशाला से दानी गेट मोड़ की धर्मशाला गनगौर दरवाजा होते हुए रामघाट पर प्रवेश करेगा। नया उदासीन अखाड़ा अपने शिविर से रवाना होकर शंकराचार्य तिराहा छोटी रपट होकर रामघाट पर प्रवेश करेगा। दोनों अखाड़े स्नान के बाद उक्त तय मार्ग से वापस अपनी छावनी में पहुँचेगा। निर्मल अखाड़ा अपने शिविर से रवाना होकर छोटी रपट पर रोड डिवाइडर के सेवादल शिविर के पास आकर खड़ा होगा तथा नया उदासीन अखाड़े के वापस जाने के बाद वहाँ से रवाना होकर घाट पर पहुँचेगा और स्नान के बाद वापस इसी मार्ग से अपने शिविर में पहुँचेगा।

बैठक में स्नान के लिए तय समयसीमा का पालन, निर्धारित समय में स्नान पूर्ण करने पर भी सभी ने सहमति जताई। शाही स्नान के लिए जाते समय जुलूस में वाहनों की संख्या कम से कम रखने, जुलूस में शामिल वाहनों का क्रम अंकित करने तथा जुलूस में भक्तों की संख्या भी सीमित रखने पर सहमति व्यक्त की गई, जिससे कि यातायात व्यवस्था में कोई असुविधा न हो। संभागायुक्त ने कहा कि सभी अखाड़े अपने महामंडलेश्वरों से आग्रह करें कि वे अलग से जुलूस निकालकर स्नान में शामिल न होते हुए अखाड़ों के साथ ही स्नान करें। जुलूस में बिना नंबर और बगैर आईडी कार्ड के कोई वाहन या श्रद्धालु शामिल न हो।

बैठक में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री नरेंद्र गिरिजी ने सभी अखाड़ों के प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे अपने अखाड़े के लिए िनर्धारित समय पर घाट पर पहुँचे और तय समय में स्नान कर अन्य अखाड़ों के लिए घाट को खाली करें। इससे किसी को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। सभी अखाड़े तय समय सीमा में स्नान करें। परंपराओं का पालन करें। बैठक में उपस्थित सभी अखाड़ों के प्रतिनिधियों ने भी अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए।

जगदीश मालवीय

Recent