Posted on 19 Jun, 2018 3:25 pm

 

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की उज्जवला योजना से महिलाओं के स्वास्थ्य को सुरक्षा कवच मिला है। साथ ही वन-संपदा और पर्यावरण संरक्षण सुनिश्चित हुआ है। इस योजना से गरीब परिवारों की महिलाओं ने राहत की सांस ली है। शहडोल जिले के ग्राम पडमनिया की विशेष पिछड़ी जनजाति की रामरति बैग पति धनू बैगा को 70 वर्ष की उम्र में उज्जवला योजना से चूल्ह के धुएँ से मुक्ति मिली है।

उज्जवला योजना में रामरति को सरकार की ओर से नि:शुल्क गैस चूल्हा और गैस सिलेण्डर अभी हाल ही में सोहागपुर जनपद मुख्यालय में हुए शिविर में मिला है। अब उम्र के इस पड़ाव में रामरति को लकड़ी इकट्ठा करने जंगल नहीं जाना पड़ता। चूल्हे की तरह बर्तन गंदे नहीं होते। रामरति को चूल्हे के धुएँ से हो रही खांसी और आँखों की जलन से भी मुक्ति मिल गई है।

नीमच जिले में भगवानपुरा की सपना भैरुलाल, ग्वालटोली की ममता यादव, सोनिया बैरागी और पूजा मेहर सहित करीब 35 गरीब परिवारों की महिलाओं को भी उज्जवला योजना में नि:शुल्क गैस चूल्हा और गैस सिलेण्डर मिला है। अब ये महिलाओं परिवार का भोजन कम समय में बना लेती हैं और बाकी समय को बच्चों की पढ़ाई और देखभाल में लगाती हैं।

 सक्सेस स्टोरी (शहडोल, नीमच)

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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