Posted on 18 Jan, 2018 6:42 pm

रायसेन जिले में सांची की गरीब महिला शांतिबाई को परिवार के लिये खाने बनाने के लिये जंगल से सिर पर लकड़ी का बोझ रखकर लाना पड़ता था। कई बार खाना बनाते समय लकड़ियाँ गिली होने के कारण बुझ जाती थीं तो धोकनी की तरह मुह से हवा कर चूल्हा जलाना पड़ता था। इससे शांतीबाई के फेफड़े दर्द करने लगे थे। लकड़ी के धुएं से फेफड़ों को भी बहुत नुकसान हो रहा था।

प्रधान मंत्री उज्जवला योजना ने इस तरह परेशानी भील रही करोड़ो गरीब महिलाओं की चिंता है। प्रशासन ने इसी योजना में शांति बाई को नि:शुल्क कुकिंग गैस कनेक्शन दिलवाया है। अब इस गरीब महिला का स्वास्थ्य बेहतर हुआ है और दूर जंगल से लकड़ी इकट्टा करने की झंझट से भी मुक्ति मिल गई है।

शांति बाई को उज्जवला योजना में नि:शुल्क मिली कुकिंग गैस कनेक्शन से न केवल धुएँ, कालिख और घुटन से मुक्ति मिली है, बल्कि खाना बनाना भी अब बहुत आसान हो गया है। दूसरों के घरों में गैस चूल्हा जलते देख शांति बाई भी सोचती थी कि उसके पास भी अपना एक गैस कनेक्शन हो और वह भी दूसरों की तरह जल्दी खाना बना पाए। शांति बाई के इस सपने को साकार किया है प्रधानमंत्री उज्जवाला योजना ने।

गैस कनेक्शन मिलने से अब शांति बाई कम समय में स्वादिष्ट खाना बना लेती है और अपने काम पर भी समय पर चली जाती है। पहले जहां दो घण्टे उसे खाना बनाने में ही लग जाते थे, अब वह सिर्फ एक घण्टे में ही खाना बना लेती है। अब उसे साल भर के लिए लकड़ी और कंडा इकट्ठा करके नहीं रखना पड़ता। इसके अलावा लकड़ी के धुंए से घर काला होने की परेशानी से भी मुक्ति मिली है।

सक्सेस स्टोरी (रायसेन)

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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