Posted on 18 Jan, 2018 3:38 pm

भोपाल इंदौर मार्ग पर आष्टा विकासखण्ड में है ग्राम अब्दुलापुर। यहां पर युवा कृषक अजीत कुशवाह परंपरागत तरीके से दो हैक्टेयर क्षेत्र में सोयाबीन और गेहूँ की खेती करते थे। इससे इन्हें सालाना करीब 72 हजार रूपये की आमदनी होती थी। आमदनी बढ़ाने के लिये अजीत ने उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों से सम्पर्क किया तो उन्होंने बताया कि उनके खेत की मिट्टी अमरूद की फसल के लिये उपयुक्त है।

कृषक अजीत ने उद्यानिकी सलाह पर एक हैक्टेयर क्षेत्र में अमरूद का बगीचा लगाया। इस बगीचे में अमरूद की बम्पर पैदावार हुई। इस पैदावार से अजीत की सालना आय डेढ़ लाख रूपये हो गई है। उनके अमरूद के बगीचे में करीब पन्द्रह टन अमरूद लगे हैं।

कृषक अजीत कुशवाह अब अपने खेत में अर्न्तवर्तीय फसलों के रूप में धनियां, मिर्ची, पालक जैसी सब्जी और मसालेदार फसल भी लेते हैं। इससे उनको अमरूद की फसल के अलावा भी अतिरिक्त आय हो जाती है। कृषक अजीत उद्यानिकी को अपनाकर खुश हैं।

अब अपनी शेष एक हैक्टेयर जमीन में भी उद्यानिकी फसलें लेने की तैयारी में हैं। इसके लिये उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों से संपर्क बनाये हुए हैं। अजीत कुशवाह की सफलता देखकर आस-पास के अन्य किसान भी नकदी फसलें लेने के लिये प्रोत्साहित हो रहे हैं।  

सक्सेस स्टोरी (भोपाल)     

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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