Posted on 06 Jan, 2018 6:54 pm

झाबुआ जिले के छोटे से गाँव चिकलिया के कैलाश डामोर राज्य सरकार की प्रोत्साहन राशि की मदद से राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा के लिये प्रशिक्षण लेकर नायब तहसीलदार बन गये हैं। गरीब और निरक्षर किसान पिता से कैलाश को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली।

कैलाश की शैक्षणिक शुरूआत गाँव के सरकारी स्कूल से हुई। गाँव में आगे की पढ़ाई की सुविधा नहीं होने से आगे की पढ़ाई के लिये झाबुआ एवं थांदला के स्कूलों में आवागमन किया। फिर भी पढ़ाई का उत्साह कम नहीं हुआ। वे पढ़ाई के साथ-साथ खेती के काम में भी अपने परिवार की मदद करते रहे हैं।

कैलाश के माता-पिता ने बताया कि वे पढ़ाई नहीं कर पाये थे, यह मलाल मन में रहता था पर बेटे को पढ़ायेंगे यह सोच रखा था। कैलाश गाँव का एकमात्र ऐसा लड़का है जिसका चयन प्रतियोगी परीक्षा में हुआ है। गाँव में उत्सव जैसा माहौल है। गाँव के लोग एवं रिश्तेदार कैलाश एवं उसके माता-पिता को बधाई देने घर पहुँच रहे हैं।

कैलाश ने बताया कि पीएससी की परीक्षा की तैयारी के लिये शासन द्वारा दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि से काफी मदद मिली। समय पर प्रोत्साहन राशि मिल जाने से कोचिंग की फीस भर पाये और आगे मेन्स एवं इंटरव्यू की तैयारी में आर्थिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा।

सक्सेस स्टोरी (झाबुआ)

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश