Posted on 10 Dec, 2018 4:57 pm

 

कान्हा टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने आज लगभग 3 सालों से मुक्की परिक्षेत्र में विशेष रूप से निर्मित घोरेला बाघ बाड़े में पाले जा रहे अनाथ शावक को नौजवान बाघ के रूप में संजय टाइगर रिजर्व, सीधी के लिये रवाना किया। इस बाघ को 3 साल पहले एक अनाथ शावक के रूप में रेस्क्यू कर बाड़े में लाया गया था। बाघ की सफलतापूर्वक रि-वाइल्डिंग (जंगल विचरण के योग्य) के बाद संजय टाइगर रिजर्व में स्वच्छन्द विचरण के लिये भेजा गया है।

उल्लेखनीय है कि घोरेला बाघ बाड़े से वर्ष 2005 से अब तक 7 बाघों को पन्ना टाइगर रिजर्व, नौरादेही अभ्यारण्य, कान्हा टाइगर रिजर्व, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व, और संजय टाइगर रिजर्व में भेजा जा चुका है। इस बाड़े के बाघों ने दूसरे टाइगर रिजर्व में पहुँच कर बाघ की आबादी बढ़ाने में ऐतिहासिक योगदान दिया है।

बाघ ट्रांसलोकेशन की पूरी कार्यवाही क्षेत्र संचालक श्री एल. कृष्णमूर्ति के मार्गदर्शन में की गई। कान्हा, पेंच और संजय टाइगर रिजर्व के वन्य-प्राणी चिकित्सकों और अधिकारियों ने सावधानी पूर्वक बाघ को निष्चेतन कर उसके शरीर के आवश्यक माप रिकार्ड कर ब्लड सेम्पलिंग ली। बाघ को वन अधिकारियों और चिकित्सकों की देख-रेख में रवाना किया गया। कान्हा से संजय टाइगर रिजर्व रवाना करते वक्त क्षेत्र संचालक संजय टाइगर रिजर्व श्री विंसेंट रहीम, उप संचालक श्रीमती अंजना सुचिता तिर्की और श्री संदीप अग्रवाल भी उपस्थित थे।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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