Posted on 02 Jun, 2018 3:02 pm

 

प्रदेश में कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए स्वाइल हेल्थ कार्ड कार्यक्रम में 90 लाख से अधिक किसानों को स्वाइल हेल्थ कार्ड का वितरण किया जा चुका है। प्रदेश में वर्ष 2015-16 से स्वाइल हेल्थ कार्ड वितरण कार्य शुरू किया गया है। कृषि विभाग का मैदानी अमला स्वाइल हेल्थ कार्ड के आधार पर किसानों को उपयुक्त फर्टीलाइजर का उपयोग करने की समझाइश दे रहा है।

संभाग

स्वाइ हेल्थ कार्ड वितरण

भोपाल

9 लाख 81 हजार

नर्मदापुरम

4 लाख 85 हजार

उज्जैन

12 लाख 62 हजार

इंदौर

12 लाख 19 हजार

जबलपुर

17 लाख 57 हजार

सागर

9 लाख 99 हजार

रीवा

7 लाख 13 हजार

शहडोल

3 लाख 38 हजार

ग्वालियर

7 लाख 26 हजार

चम्बल

5 लाख 91 हजार

स्वाइल हैल्थ कार्ड कार्यक्रम में प्रदेश में 88.72 लाख कृषि जोतों से 23 लाख 19 हजार ग्रिड आधारित मिट्टी के नमूने लेकर उनका मिट्टी परीक्षण करवा कर फसलवार मुख्य पोषक तत्व, सूक्ष्म पोषक तत्व और उर्वरकों की आवश्यकता का विशलेषण किया गया है। किसान कल्याण एवं कृषि विभाग की 50 मिट्टी परीक्षण शालाओं में मिट्टी का नमूना परीक्षण कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा, प्रदेश में कृषि विज्ञान केन्द्र और कृषि विश्वविद्यालय में संचालित 28 मिट्टी परीक्षण प्रयोगशालाओं में भी मिट्टी नमूना परीक्षण का कार्य किया जा रहा है। राज्य कृषि विपणन बोर्ड से कृषि विभाग को हस्तानांतरित 26 प्रयोगशालाओं का तकनीकी दृष्टि से सुदृढीकरण किया गया है।

प्रयोगशालाओं में मिट्टी के सूक्ष्म तत्वों की जाँच की सुविधा उपलब्ध है। प्रदेश के 313 विकासखण्डों में मिट्टी नमूना परीक्षण की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए राज्य शासन ने 265 नवीन मिट्टी परीक्षण प्रयोगशालाएँ मंजूर की हैं। प्रयोगशालाओं के भवनों के निर्माण का कार्य तेजी से पूर्ण किया जा रहा है। किसानों की सुविधा के लिए खेतों की मिट्टी का परीक्षण करने के लिए मिनी लैब के माध्यम से मिट्टी के नमूने का तत्काल परीक्षण करने का अभियान भी चलाया जा रहा है। किसानों की जोतों से इकट्ठे किये गये मिट्टी के नमूनों के विश्लेषित परिणामों को केन्द्र सरकार के स्वाइल हेल्थ कार्ड पोर्टल पर अपलोड भी करवाया जा रहा है।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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