Posted on 25 Jun, 2018 4:38 pm

 

मध्यप्रदेश में राज्य सरकार ने गरीबों के अपने घर के सपने को हकीकत में बदलने का बीड़ा उठाया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री आवास योजना में सभी वर्गो के गरीब परिवारों को पक्के मकान दिये जा रहे हैं। मध्यप्रदेश प्रधानमंत्री की अन्य योजनाओं की तरह प्रधानमंत्री आवास योजना में प्रत्येक गरीब और जरूरतमंद परिवार को आवास उपलब्ध करवाने में भी अन्य राज्यों से आगे निकल गया है।

भिण्ड शहर में नगरीय निकाय में प्रधानमंत्री आवास योजना में पहले चरण में 602 मकान स्वीकृत किये गये हैं। इन सभी मकानों का निर्माण कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है। काफी कुछ मकान तो पूरे कर लिये गये है। योजना में हितग्राही शशि, कन्हैया लाल बाथम जैसे करीब 20 हितग्राहियों को मकान बनाकर सौंप दिये गये हैं। इन हितग्राहियों के सपने प्रधानमंत्री आवास योजना से पूरे हो गये हैं। नगरीय निकाय क्षेत्र में प्रधानमंत्री आवास योजना में दूसरे चरण में 1200 पात्र हितग्राहियों की पहचान कर मकान बनाने की स्वीकृति दी जा चुकी है।

छिंदवाड़ा जिले की नगर पंचायत न्यूटन चिखली के राजू डेहरिया के पक्के मकान का सपना प्रधानमंत्री आवास योजना के जरिये पूरा हुआ है। राजू डेहरिया समाज के गरीब तबके से तालुक रखते है। संयुक्त परिवार में रहने वाले राजू के पास पूर्व में जो कच्चा मकान था, उसमें उनका परिवार कई कठिनाइयों का सामना करता था। राजू हमेशा सोचते थे कि उनका स्वयं का अपना मकान हो। आर्थिक तंगी उनकी इच्छा पूरा होने में सबसे बड़ी बाधा थी। राजू को पक्का मकान बनाने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना में ढ़ाई लाख रुपये की राशि स्वीकृत हुई। आज पक्का मकान बनकर तैयार है। पूरा परिवार नये घर में सुकून से रह रहा है।

छत्तरपुर जिले कीग्राम पंचायत बगौता के निवासी बब्बू रैकवार का स्वयं के पक्के मकान का सपना प्रधानमंत्री आवास योजना से साकार हो गया है। इस योजना से बब्बू को उम्र के छठवें पड़ाव में पक्का मकान मिला है। मेहनत मजदूरी कर परिवार का पेट पालने वाले बब्बू ने बताया कि पहले कच्चा मकान होने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। अब न तो मौसम की मार सहनी पड़ती है और न ही बार-बार मरम्मत का कष्ट झेलना पड़ता है। बब्बू ने कई पारिवारिक कार्यक्रमों का आयोजन भी अपने नए मकान में किया है। बब्बू ने बताया कि उन्हें तीन किश्तों में एक लाख 30 हजार रुपए की राशि मकान बनाने के लिए मिली थी। शौचालय निर्माण एवं मजदूरी की राशि अलग से मिली है।

सक्सेस स्टोरी (भिण्ड,छिंदवाड़ा,छत्तरपुर)

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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