Posted on 20 Feb, 2019 4:51 pm

पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री कमलेश्वर पटेल ने कहा है कि गाँव के सर्वांगीण विकास में शासकीय  योजनाओं का लाभ प्रत्येक जरूरतमंद को मिल सके, इसके लिए गाँव के युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। इस उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक ग्राम पंचायत में युवा ग्राम शक्ति समिति गठित की जायेगी। समिति में ग्राम पंचायत क्षेत्र के 11 पढ़े-लिखे युवकों को सम्मिलित किया जाएगा l समिति कलेक्टर द्वारा प्रभारी मंत्री के अनुमोदन से बनायी जायेगी ।

   ग्रमीण विकास मंत्री श्री पटेल ने कहा है कि युवा ग्राम शक्ति समिति के सदस्य अपनी भूमिका का निर्वहन पूरी सामर्थ्य के साथ कर सकें इसके लिए यह सुनिश्चित किया गया है समिति के सदस्यों की आयु 1 जनवरी 2019 को 25 वर्ष से अधिक नहीं होना चाहिए। समिति के कम से कम 6 सदस्य स्नातक स्तर तक तथा 5 सदस्य हायर सेकेंडरी स्तर तक की शिक्षा प्राप्त हों। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पंचायत राज के प्रतिनिधि इस समिति के सदस्य नहीं होंगे। समिति के समन्वय का दायित्व ग्राम पंचायत के सचिव का होगा। समिति के सदस्यों का दायित्व ग्राम के कमजोर श्रमिक, पेंशन धारी दिव्यांग, निराश्रित वृद्धजनों को शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने का होगा। समिति के सदस्य ग्राम पंचायत क्षेत्र में स्वच्छता अभियान, स्वास्थ्य, पेयजल, कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन के क्षेत्र में उन्नत तकनीकी को बढ़ावा, गाँव में सामाजिक समरसता और सद्भाव का वातावरण निर्मित करने जैसे दायित्वों का निर्वहन भी करेंगे।

श्री पटेल ने कहा कि इन समितियों का कार्यकाल 5 वर्ष का होगा। समिति के कार्यों का प्रतिवर्ष मूल्यांकन किया जाएगा ,जिसके आधार पर उत्कृष्ट कार्य करने वाली युवा ग्राम शक्ति समितियों को जनपद स्तर पर रू. एक लाख तक का पुरस्कार दिया जाएगा। 

        मंत्री श्री पटेल ने बताया कि समितियों के गठन का कार्यक्रम घोषित कर दिया गया है। इसके अनुसार ग्राम पंचायत स्तर पर युवा ग्राम शक्ति समिति का गठन 22 फरवरी तक किया जाएगा। गठित समिति का 26 फरवरी तक प्रभारी मंत्री से अनुमोदन कराया जाएगा। समितियों की प्रथम बैठक 4 मार्च को की जायेगी

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश​​

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