Posted on 19 Nov, 2018 6:33 pm

 

नई दिल्ली में भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला-2018 में हुए मध्यप्रदेश दिवस समारोह में मैहर वाद्यवृन्द और मटकी नृत्य की प्रस्तुति हुई। समारोह का शुभारम्भ महासचिव, लोकसभा श्रीमती स्नेहलता श्रीवास्तव द्वारा मध्यप्रदेश मण्डप का दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग के प्रमुख सचिव श्री पंकज अग्रवाल भी उपस्थित थे। इस वर्ष का मण्डप भारतीय ग्रामीण उद्यम का केन्द्र मध्यप्रदेश पर आधारित है। मुख्य अतिथि ने सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यमियों के द्वारा किये गये श्रेष्ठ कार्यों के लिए कारीगरों को पुरस्कृत भी किया।

मैहर रियासत के तत्कालीन राजा बृजनाथ सिंह जूदेव की प्रेरणा से अलाउद्दीन खां ने 1918 में मैहर वाद्यवृन्द की स्थापना की थी। वाद्यवृन्द को अब सौ साल पूरे हो गये हैं। उस्ताद अलाउद्दीन खां ने परंपरागत वाद्ययंत्र के अलावा दुर्लभ वाद्ययंत्र का भी समावेश (नल तरंग प्रमुख है) किया है। यह नल तरंग वाद्य पूरी दुनिया का एकमात्र शास्त्रीय वाद्ययंत्र माना जाता है। वाद्यवृन्द में सितार, इसराज, सरोद, वायलन, चैलो, सितार बेन्जो, नल तरंग, हारमोनियम एवं तबला आदि वा़द्य हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रम में दूसरी प्रस्तुति मालवा का मटकी नृत्य था। इस नृत्य समूह में महिलाओं द्वारा मालवी वेशभूषा में ढोल की थाप पर नृत्य किया जाता है। नृत्य के साथ पारंपरिक गीतों का भी समावेश होता है। नृत्य में महिलाओं का पद संचालन बहुत ही सधा हुआ होता है।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश​​