Posted on 14 Jan, 2018 4:14 pm

देवास जिले के ग्राम जामगोद के स्नातक युवा निलेश चौहान ने अपने संयुक्त परिवार में महिलाओं को कुकिंग गैस की समस्या से जुझते देखा, तो अपने गाँव में ही एक गैस एजेन्सी शुरू करने का निश्चय किया। यह निश्चय तब पूरा हुआ जब मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में मदद मिली। योजनान्तर्गत गैस एजेन्सी के लिये बैंक ऑफ बड़ौदा से ऋण मिला। निलेश ने अपने निवास पर ही जामगोद इन्डेन ग्रामीण वितरण एजेन्सी बनाकर सेवा देना शुरू किया।

निलेश ने गैस एजेन्सी के लिए जिला अंत्यावसायी विभाग से 10 लाख रुपए ऋण लिया। इस ऋण पर उन्हें 2 लाख रुपए की सब्सीडी मिली। इस ऋण से उन्होंने 4 लाख 50 हजार रुपए में गैस गोडाउन और एक लाख रुपए में ऑफिस निर्माण करवाया। गैस कंपनी को 2 लाख रुपए एफडी के दिये और 2 लाख 50 हजार रुपए का माल कंपनी से प्राप्त किया तथा अन्य जरूरी खर्चे किये।

प्रारंभिक वर्ष में निलेश को उज्जवला योजनान्तर्गत ज्यादा गैस कनेक्शन दिये गये तो लाभ का अंश कम प्राप्त किया। आज भी वह कम मुनाफा कमा कर ग्रामीणों को ज्यादा सुविधा दे रहे हैं। धीरे-धीरे पास के गाँव में भी गैस एजेन्सी की खबर पहुँची। वर्तमान में चार-पाँच कर्मचारियों को भी अपनी गैस एजेंसी में रोजगार दे रहे हैं नीलेश चौहान।

सक्सेस स्टोरी (देवास)

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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