Posted on 02 Jan, 2018 5:23 pm

प्रदेश में 5 फरवरी से 26 मार्च, 2018 तक चार चरणों में राष्ट्रीय बाघ आंकलन किया जायेगा। आंकलन में वन-कर्मियों के साथ 18 वर्ष से अधिक उम्र के भारतीय नागरिक भी भाग ले सकेंगे। आवेदक 15 जनवरी, 2018 तक संबंधित टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर, राष्ट्रीय उद्यानों के संचालक एवं क्षेत्रीय, वन्य-प्राणी मण्डलों, राज्य वन विकास निगम-मण्डलों के मण्डल प्रबंधक और वन मण्डलाधिकारी को ई-मेल द्वारा आवेदन भेज सकते हैं।

जन-सामान्य की वन्य-प्राणी प्रबंधन विषयों में भागीदारी सुनिश्चित करने, एकत्रित आंकड़ों की गुणवत्ता बढ़ाने और पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से स्थानीय नागरिकों, शिक्षकों, कॉलेज के छात्र-छात्राओं और वन्य-प्राणी आंकलन में रुचि रखने वाले लोगों से आवेदन आमंत्रित किये गये हैं।

स्वयंसेवक प्रत्येक चरण के पहले तीन दिनों (मांसाहारी प्राणियों के चिन्हों का आंकलन) की प्रक्रिया में भाग ले सकेंगे। अगर स्वयंसेवक को पूर्व में भी इस तरह के कार्य करने का अनुभव है या वह 7 दिनों तक काम करने का अनुरोध करता है तो प्रबंधन स्थानीय आवश्यकताओं और क्षेत्र की विशिष्टताओं के आधार पर स्वयंसेवक को आंकलन कार्य में सम्मिलित होने की अनुमति दे सकेंगे।

आवेदक का वन क्षेत्रों की विपरीत परिस्थितियों में रहने, दुर्गम क्षेत्रों में प्रतिदिन 10 किलोमीटर पैदल चलने और शारीरिक एवं मानसिक रूप से सक्षम होना जरूरी है। अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री आलोक कुमार द्वारा सभी नोडल अधिकारियों को जारी निर्देश में कहा गया है कि अपने जिलों के एनसीसी, एनएसएस और कॉलेज में अध्ययनरत छात्र-छात्राएँ, शिक्षक, इंजीनियर, मीडियाकर्मी, शासकीय कर्मचारी आदि वन्य-प्राणी विषयों में रुचि लेने वाले लोग और भारत के अन्य राज्यों में रहने वाले ऐसे नागरिक जो वन्य-प्राणी विषयों में जागरूकता रखते हैं और मध्यप्रदेश के राष्ट्रीय बाघ आंकलन में सम्मिलित होना चाहते हैं, भाग ले सकेंगे।

स्वयंसेवकों का प्रशिक्षण क्षेत्रीय अमले के प्रशिक्षण के साथ अथवा किसी कॉलेज से 20 या अधिक संख्या में स्वयंसेवक होने पर कॉलेज परिसर में किया जा सकेगा। इच्छुक आवेदक आवेदन प्रारूप में संरक्षित क्षेत्रों के भारसाधक अधिकारी एवं क्षेत्रीय वन मण्डलाधिकारी को ई-मेल द्वारा आवेदन करेंगे। प्रत्येक भारसाधक अधिकारी की ई-मेल आई.डी. http://intranet.mpforest.org/publicdomain/Edirectory/AdvanceSearchPeople.aspxलिंक से प्राप्त की जा सकती है। अपूर्ण और समस्त दस्तावेजों के साथ न भेजे गये आवेदनों पर विचार नहीं होगा।

स्वयंसेवकों को परिवहन और भोजन व्यय स्वयं वहन करना होगा। आंकलन अवधि में स्वयंसेवक को आवंटित बीट में स्थानीय वन-कर्मियों के साथ उनके आवास में ही ठहरना होगा तथा अपना स्लीपिंग बैग/बेडरोल स्वयं ही लाना होगा। आंकलन से दो दिन पूर्व पहुँचकर स्थानीय अधिकारियों को अपने आगमन की सूचना देनी होगी। आंकलन से एक दिन पूर्व होने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेना होगा। स्वयंसेवक को बीट स्थानीय अधिकारी आवंटित करेंगे। प्रत्येक संरक्षित क्षेत्र और वन मण्डल में स्वयंसेवकों की अधिकतम संख्या निर्धारित है 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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