Posted on 06 Jun, 2018 4:59 pm

 

विदिशा जिले के ग्राम मोहम्मदगढ़ में सुमन स्व-सहायता समूह की 13 महिलाओं ने गाँव में ही मिनी-मार्केट विकसित कर दिया है। इस समूह की प्रेरणा हैं फेमिदा बी। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत गठित इस समूह के सदस्यों का जीवन-स्तर अब पूरी तरह बदल गया है।

सुमन स्व-सहायता समूह के नाम से गठित महिलाओं का यह समूह ग्रामीण विकास के क्षेत्र में वर्ष 2015 से काम कर रहा है। समूह द्वारा गाँव में आटा चक्की, मुर्गी-पालन, वेल्डिंग मशीन, सिलाई मशीन इत्यादि व्यवसायिक गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं।

समूह की मुखिया सदस्य फेमिदा बी बताती हैं कि शुरू-शुरू में व्यवसायिक गतिविधियाँ संचालित करने में बड़ा अटपटा लगता था। पूरे गाँव का साथ मिला, तो हम सब महिलायें आगे बढ़ी। धीरे-धीरे समूह की महत्ता समझ में आयी है। उन्होंने बताया कि पहली बार स्व-सहायता समूह से 45 हजार रुपये लोन लेकर सिलाई मशीन खरीदी और काम करना शुरू किया। इससे आमदनी शुरू हुई और घर-परिवार की आर्थिक स्थिति में धीरे-धीरे सुधार होने लगा। कुछ समय बाद गाँव की अन्य महिलाओं और समूह के सदस्यों का भी शासकीय योजनाओं के प्रति रुझान बढ़ने लगा। सबने अपनी योग्यता, पूँजी और समूह की सहायता से व्यापार शुरू किया है।

अब ग्राम मोहम्मदगढ़ में ही मिनी मार्केट बन गया है। गाँव के लोगों को छोटी-मोटी सभी जरूरतों के लिये अब विदिशा नहीं जाना पड़ता है।

सक्सेस स्टोरी (विदिशा)

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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