Posted on 09 Jun, 2018 9:21 pm

 

राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज इंदौर में श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय के दीक्षान्त समारोह में कहा कि हमारा देश विश्व में युवा जनसंख्या वाला सबसे बड़ा देश है। नये भारत के निर्माण में युवा शक्ति का बेहतर उपयोग करना समय की आवश्यकता है। राज्यपाल ने युवाओं का आह्वान किया कि संस्कारवान बनें। समाज सेवा में सक्रिय योगदान दें। समाज में व्याप्त कुरीतियों और अंधविश्वास के वातावरण को दूर करने के लिये आगे आयें। श्रीमती पटेल ने समारोह में विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान कीं।

श्रीमती पटेल ने विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि विद्यार्थी विकासात्मक तथा कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में भी शोध एवं अध्ययन करें, ताकि योजनाओं के क्रियान्वयन की जमीनी हकीकत का पता चल सके। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों को इस संबंध में शोध एवं अध्ययन के लिये 10-10 विषय दिये जायें। श्रीमती पटेल ने कहा कि विश्वविद्यालयों में नये पाठ्यक्रम शुरू करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों में कौशल विकास केन्द्र भी खोले जायें और प्लेसमेंट शिविर लगाये जायें।

राज्यपाल श्रीमती पटेल ने दीक्षांत समारोह में उपस्थित क्षय रोगियों और ऑगनवाड़ी के बच्चों को फल वितरित किये। उन्होंने कहा कि समाज के सम्पन्न वर्ग को आगे आकर क्षय रोगियों की मदद करना चाहिये। प्रदेश को क्षय रोग मुक्त बनाना समाज के हर वर्ग का नैतिक दायित्व है। श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय ने इस मौके पर 10 क्षय रोगियों को गोद लेकर उन्हें लगातार 6 माह तक पोषण आहार देने और उनके उपचार की मॉनीटरिंग की घोषणा की।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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