Posted on 09 Jun, 2018 9:18 pm

 

राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने शनिवार को इंदौर में प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना, उज्जवला योजना, जन-धन योजना, मुद्रा योजना और आवास योजना के हितग्राहियों से रू-ब-रू होकर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने लोगों से कहा कि नागरिक केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं का अधिकाधिक लाभ उठायें।

राज्यपाल ने कहा कि देश में पिछले चार वर्षों में विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं से क्रान्तिकारी बदलाव आया है। उज्जवला योजना से जहाँ एक ओर गृहस्थ महिलाओं को चूल्हे के धुएँ से मुक्ति मिली है, वहीं दूसरी ओर उनके परिवारजनों को जल्दी और गर्म खाना भी मिल रहा है। महिलाओं को अब धीरे-धीरे आँख और फेफड़े की बीमारी (टीवी) से भी मुक्ति मिल रही है।

   राज्यपाल ने जन-धन योजना के संबंध में हितग्राहियों से चर्चा करते हुए कहा कि कोई भी गरीब व्यक्ति अपनी छोटी सी पूँजी बैंक में रखकर न केवल ब्याज प्राप्त कर सकता है बल्कि खाते में पेंशन, छात्रवृत्ति, गैस सब्सिडी आदि की राशि भी आसानी से सीधे आ रही है। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के साथ-साथ बिजली कनेक्शन, नल कनेक्शन, शौचालय, गैस कनेक्शन, सम्पर्क मार्ग आदि का लाभ भी हितग्राहियों को मिल रहा है। उन्होंने हितग्राहियों से कहा कि बच्चों को खूब पढ़ायें। बेटी की शादी 18 वर्ष से अधिक उम्र में और बेटों की शादी 21 वर्ष से अधिक उम्र में करें। राज्यपाल ने बताया कि राज्य शासन पंजीकृत असंगठित श्रमिकों को भी सुविधाएँ दे रहा है। अब इन्हें जुलाई माह से मात्र दो सौ रूपये प्रति माह तक बिजली का बिल भरना होगा, शेष राशि राज्य शासन द्वारा जमा की जायेगी। उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य शासन द्वारा गर्भवती माताओं और बच्चों के कल्याण के लिये अनेक योजनाएँ चलाई जा रही हैं। प्रदेश एवं देश में यह सब पहली बार हो रहा है।

राज्यपाल श्रीमती पटेल ने हितग्राहियों से कहा कि अपने मोहल्ले और गाँव में महिलाओं के स्व-सहायता समूह बनायें और उसमें हर माह गाँव का हर आदमी 10, 20, 50 रूपये जमा करे ताकि किसी महिला को किसी के सामने हाथ फैलाने की जरूरत नहीं पड़े। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण योजनाओं से अब महिलाएँ चूल्हा-चौके से बाहर निकलकर स्वरोजगार, व्यवसाय, टीचरशिप आदि का काम करने लगी हैं।

प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना के हितग्राहियों से चर्चा करते हुए राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि पिछले चार साल में विद्युतविहीन ग्रामों में विद्युत लाइन पहुंचाकर हर घर में विद्युत कनेक्शन दिये गये हैं। हर गाँव में बिजली पहुँचने से लोगों को रोजगार मिला है। अब मोटर साइकिल और ट्रैक्टर की रिपेयरिंग और वेल्डिंग का काम गाँव में ही हो रहा है। महिलाएँ विद्युत सिलाई मशीन से दो गुना अधिक कपड़े सिल रही हैं। गाँव में हर घर में बिजली और शौचालय की सुविधा मिल जाने से ग्रामीणों के जीवन में क्रान्तिकारी बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि इंदौर जिले में 10 विश्वविद्यालय हैं और लगभग 550 टी.बी. के मरीज हैं। इन विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर इसी माह इन टी.बी. के मरीजों को गोद लें और 6 माह में इन्हें टी.बी. से मुक्त करायें। यह एक अनुकरणीय पहल होगी।  

   राज्यपाल श्रीमती पटेल ने जैतपुरा के राजेश प्रहलाद, रणछेदीलाल, वीरेन्द्र मेहरबान, देवगुराड़िया के बाबूलाल सुमांगी, सनावदिया के कालू लक्ष्मी, दुधिया के पवन रामेश्वर, हवा बंगला की संगीता डोंगरे, 29 महावर नगर की माया और राधा खण्डेलवाल, बियाबानी की ज्योति लाहोरी से चर्चा की। इन हितग्राहियों ने राज्यपाल से दिल खोलकर अपने मन की बात कही।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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