Posted on 08 Jan, 2018 4:28 pm

शिक्षकों द्वारा बनाये गये उपयोगी माडल अन्य स्कूलों में भी भेजे जाएं। इससे वहां के शिक्षक और विद्यार्थी नवाचार के लिए प्रेरित होंगे। राजस्व, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने यह बात मेपकास्ट में मध्यप्रदेश विज्ञान प्रतिभा सम्मान समारोह में कही।

श्री गुप्ता ने नवाचारी शिक्षिकों द्वारा बनाए गए मॉडल भी देखे। उन्होंने कहा कि भारत के उन वैज्ञानिक तथ्वों को सामने लाएँ, जो छिपे हुए हैं। शिक्षक विद्यार्थियों को नए-नए प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि हमारे हर त्यौहार के पीछे कोई न कोई वैज्ञानिक आधार है।

श्री गुप्ता ने 3 नवाचारी शिक्षक, 50 कनिष्ठ विज्ञान ओलंपियड, 50 वरिष्ठ ओलंपियाड, 35 क्षेत्रीय गणित ओलंपियाड, 8 पश्चिम भारत विज्ञान मेला, एक नेहरू विज्ञान केन्द्र मुम्बई में, मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिभागी, 30 राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिभागी और 3 इसरो द्वारा आयोजित अंतरिक्ष विज्ञान प्रतियोगिता हैदाराबाद में मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व करने वाली प्रतिभागियों को सम्मानित किया।

नवाचारी शिक्षक रतलाम के डॉ. ललित मेहता, छिन्दवाड़ा के मो. शाहिद अंसारी और भोपाल की डॉ. भारती द्विवदी सम्मानित किये गये। विद्यार्थियों में व्यक्तिगत प्रोजेक्ट श्रेणी में सीहोर के श्री पवन बैरागी, उज्जैन के श्री सिद्धार्थ चौहान और देवास के श्री यश शुक्ला को सम्मानित किया गया। विभिन्न श्रेणी में अन्य शिक्षकों और विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया।

मेपकास्ट के महानिदेशक श्री नवीन चन्द्रा ने संस्था द्वारा विज्ञान के प्रचार-प्रसार के लिए किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी। वैज्ञानिक डॉ. आर.के. आर्य और डॉ. सुनील गर्ग ने भी विचार व्यक्त किये। इस दौरान विभिन्न जिलों से आए शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित थे।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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