Posted on 22 Jun, 2018 5:43 pm

 

मध्यप्रदेश पॉवर जनेरटिंग कंपनी के द्वारा खंडवा स्थित श्री सिंगाजी ताप विद्युत परियोजना के दूसरे चरण में 660-660 मेगावाट क्षमता की इकाई क्रमांक तीन और चार में फ्लू गैस डी-सल्फेराइजेशन सिस्टम (एफजीडी) लगाने के लिये तैयारी शुरू हो गई है। भारत सरकार के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना में ताप विद्युत गृहों को सल्फर डाइ-आक्साइड के उत्सर्जन को निर्धारित मापदंड 100 एमजी/एनएम³(100Mg/Nm³) के भीतर रखने के के निर्देश दिये गये हैं।

श्री सिंगाजी ताप विद्युत परियोजना में दूसरे चरण की 660-660 मेगावाट क्षमता की इकाई क्रमांक तीन व चार क्रमश: इस वर्ष जुलाई एवं अक्टूबर माह में क्रियाशील हो जाएंगी। दोनों इकाईयों में फ्लू गैस डी-सल्फेराइजेशन सिस्टम (एफजीडी) की स्थापना के लिए ग्लोबल टेंडर जारी कर दिया गया है। टेंडर की अनुमानित लागत लगभग 562 करोड़ रूपए है। श्री सिंगाजी ताप विद्युत परियोजना की इकाई क्रमांक तीन व चार में फ्लू गैस डी-सल्फेराइजेशन सिस्टम (एफजीडी) वर्ष 2021 में क्रमश: जून और सितम्बर तक क्रियाशील होने की संभावना है।

पॉवर जनेरटिंग कंपनी के संजय गांधी ताप विद्युत गृह बिरसिंगपुर, सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारनी, अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई एवं श्री सिंगाजी ताप विद्युत गृह खंडवा के पहले चरण में निर्मित इकाई एक व दो में भी फ्लू गैस डी-सल्फेराइजेशन सिस्टम स्थापित किये जाएंगे। इसके लिए अलग से कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश