Posted on 19 May, 2016 1:32 pm

सिंहस्थ में बीमार श्रद्धालुओं का आयुष से उपचार

मोबाइल यूनिट का मेला क्षेत्र में लगातार दौरा 

भोपाल : गुरूवार, मई 19, 2016, 19:53 IST
 

उज्जैन में 22 अप्रैल से चल रहे सिंहस्थ में देश के कोने-कोने से श्रद्धालु पहुँच रहे हैं। अंतिम शाही स्नान की तारीख 21 मई जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। आयुष विभाग ने मेला परिसर के 6 जोन और सेक्टर में अपने अस्थायी अस्पताल बनाये हैं। आयुष चिकित्सा सेवा में आयुर्वेद, होम्योपेथी, यूनानी के साथ योगा और सिद्धा के माध्यम से उपचार किया जा रहा है। इसके अलावा मेला क्षेत्र में 3 मोबाइल यूनिट भी लगातार दौरा कर रही हैं।

आयुष चिकित्सा के करीब 475 चिकित्सक और स्टॉफ अपनी सेवाएँ दे रहे हैं। अमला मेला क्षेत्र में 13 आयुर्वेद, 2 होम्योपेथी, एक यूनानी औषधालय के अलावा उज्जैन के चिमनगंज में आयुर्वेद चिकित्सालय संचालित है। उज्जैन के धनवंतरि आयुर्वेद महाविद्यालय में कंट्रोल-रूम भी बनाया गया है। मेला क्षेत्र में अब तक विभिन्न बीमारी के लिये एक लाख श्रद्धालु को आयुष पद्धति से उपचार उपलब्ध करवाया गया है। इनमें डि-हाइड्रेशन, लू लगना, पेट संबंधी रोग, कब्जियत और चक्कर आने की शिकायत पर उपचार कर नि:शुल्क दवाई उपलब्ध करवायी गयी है। श्रद्धालुओं ने पंचकर्म चिकित्सा पद्धति की जानकारी ली। इस पद्धति के लिये 60 बिस्तर का एक बेस केम्प तैयार किया गया है।

विदेशी श्रद्धालुओं ने दिखायी विशेष रुचि

सिंहस्थ मेला क्षेत्र में बड़ी संख्या में विदेशी श्रद्धालु पहुँचे हैं। विदेशी श्रद्धालुओं ने आयुष की चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद, यूनानी, योगा, होम्योपेथी और सिद्धा के बारे में चिकित्सकों से जानकारी ली। केन्द्र सरकार के आयुष विभाग ने इन पद्धतियों पर केन्द्रित प्रदर्शनी भी लगायी है। मंगलनाथ जोन में लगी प्रदर्शनी में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुँच रहे हैं। प्रदर्शनी से श्रद्धालुओं को नये शोधों के बारे में जानकारी दी जा रही है।

मुकेश मोदी

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