Posted on 06 Jan, 2018 6:55 pm

अनूपपुर जिले की जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ के ग्राम भेजरी की निवासी श्रीमती मायावती भोगरे आजीविका परियोजना की प्रेरणा से लक्ष्मी स्व-सहायता समूह से पाँच वर्ष पहले जुड़ी। समूह की बैठकों में लगातार भाग लेने एवं चर्चा के बाद उसे समझ में आया कि समूह से लोन लेकर खेती में आने वाली जरूरतों को न केवल पूरा किया जा सकता है बल्कि स्वयं की माली हालत भी सुधारी जा सकती है।

इस महिला को सामान्य तरीके से और अपने सीमित संसाधनों के चलते खेती से महज 6 हजार रूपये मासिक आय हो पाती थी। श्रीमती भोगरे ने समूह से 2 लाख रूपये का कर्ज लेकर व्यवसायिक सब्जी उत्पादन एवं सीएम एसए मॉडल का उपयोग करना शुरू कर दिया। इससे अब इनकी मासिक आमदनी दो गुना से ज्यादा हो गई है।

स्व-सहायता समूह की मदद से इस महिला ने अपने दोनों बच्चों को अच्छे स्कूल में पढ़ाना शुरू कर दिया है। स्वयं का भी रहन-सहन बदल गया है और समाज में सम्मान में भी बदलाव आया है।

सफलता की कहानी (अनूपपुर)

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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