Posted on 18 Jan, 2018 6:43 pm

अनूपपुर जिले कि स्व-सहायता समूह की महिलाएं स्वास्थ्य और स्वच्छता की बेहतरीन मिसाल पेश कर रही हैं। अनूपपुर विकास खंड की महिलाओं ने ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चियों और महिलाओं को मासिक धर्म के समय स्वच्छता बरतने और संक्रमण से बचने के लिए सेनेटरी नेपकिन के उपयोग के प्रति जागरूकता लाने का कार्य अपने जिम्मे लिया है।

ग्राम सकोला की महिलाओं ने म.प्र. दीनदयाल अन्त्योदय योजना तथा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्व-सहायता समूह गठित कर सेनेटरी नेपकिन के निर्माण का कार्य प्रारंभ करने का निर्णय लिया। महिलाओं ने मुस्कान सेनेटरी नेपकिन नामक समिति का गठन किया। समूह की महिलाओं को नेपकिन निर्माण, लागत, आय की जानकारी, रिपैकेजिंग, विपणन तथा प्रचार-प्रसार का प्रशिक्षण दिया गया।

मुस्कान सेनेटरी नेपकिन समिति विभिन्न समूह एवं ग्राम संगठनों की बैठकों में जाकर सेनेटरी नेपकिन के उपयोग एवं लाभ के बारे में व्यापक प्रचार-प्रसार करती है और बेचती भी है। समिति की सकोला इकाई की सफलता से प्रेरित अन्य विकासखंडों की महिलाओं ने भी नेपकिन निर्माण इकाई की स्थापना की है। वर्तमान में इस कार्य में कुल 123 महिलाएं संलग्न है जिनके द्वारा अब तक 97 हजार 306 पैकेट का निर्माण किया जा चुका है। इकाई से जुड़ी प्रति महिला औसत मासिक आय 4 से 5 हजार रुपये प्रति माह है।

मुस्कान सेनेटरी नेपकिन समिति द्वारा अकेले ही अब तक 50 हजार नेपकिन पैकेटों की रिपैकेजिंग कर 7 लाख 25 हजार रुपये का विक्रय किया जा चुका है। समूह कि महिलाएं गर्व से कहती है कि इस कार्य से ना सिर्फ समूह की दीदियों को रोजगार मिल रहा है, बल्कि हमारी बहनें स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के प्रति जागरूक भी हो रही है।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश