Posted on 14 Sep, 2018 7:51 pm

 

छतरपुर जिले की संगीता तिवारी और झाबुआ की पुनिया का परिवार टीन शेड और खपरैल के कच्चे मकान से निकलकर खुद के पक्के घर में रहने लगा है। प्रधानमंत्री आवास योजना ने इनकी वर्षों की अभिलाषा एक बार में ही पूरी कर दी है।

छतरपुर जिले के नौगांव विकासखंड मुख्यालय में वार्ड क्रमांक-दो में संगीता का परिवार कल तक टीनशेड के कच्चे मकान में रहता था। पति राज नारायण तिवारी दूसरों के यहाँ काम करते हैं। परिवार का बमुश्किल भरण-पोषण हो पाता है। ऐसे में पक्का मकान इस परिवार के लिये एक सपना ही था।

एक दिन अखबार में विज्ञापन देखकर संगीता अपने पति को लेकर नगर परिषद के दफ्तर पहुँची और आवेदन की औपचाकिताएँ पूरी करवाई। कुछ समय बाद उसे पता चला कि उसे पक्का मकान बनाने के लिए ढाई लाख रुपये मंजूर हो गया है। अभी तक उसे दो किश्त में 2 लाख रुपये की राशि मिल गई है और उसका पक्का मकान बनकर तैयार हो गया। संगीता अब अपने बच्चों के साथ ठप्पे से खुद के पक्के मकान में रहती है।

झाबुआ जिले में रानापुर विकासखंड के ग्राम खेडा अंधारवाड निवासी पुनिया पिता कमना को प्रधानमंत्री आवास योजनान्तर्गत वर्ष 2016-17 में पक्का मकान बनाने के लिये स्वीकृति मिली। उसने शासन से अनुदान में मिली राशि में कुछ राशि अपने पास की मिलाकर अपना पक्का मकान बना लिया है। अब वह अपने परिवार के साथ सीमेंट कांक्रीट के खुद के पक्के मकान में रहता है। पुनिया ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना नहीं होती, तो वह जिन्दगी भर अपना पक्का मकान नहीं बना पाता। उसे मिट्टी के कच्चे मकान में ही जीवन बिताना पड़ता। अब पुनिया को गर्मी के दिनों में लू, ठण्ड में शीतलहर और बरसात में जहरीले जानवर के काटने, बारिश में छत टपकने और मकान के गिरने का डर नहीं रहता क्योंकि उसे मिल गया है प्रधानमंत्री आवास योजना में पक्का मकान।

 

 

 

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश​