Posted on 06 Dec, 2018 4:50 pm

धापु बाई खुश है कि वो मतदान कर सकी। नीछमा जिला शाजापुर की 103 वर्षीय मतदाता श्रीमती धापुबाई ने बताया कि 'घर से मतदान केन्द्र तक आने-जाने को मिले वाहन से वह आसानी से मतदान कर सकी। नहीं तो इस उम्र में खुद से पैदल चलकर मतदान केन्द्र पहुँचना मुश्किल था।' भारत निर्वाचन आयोग के कमजोर और अशक्त मतदाताओं को मतदान के लिए सुविधा देने की पहल की धापु बाई सराहना करती है।

अशक्त होने के बावजूद भी किया मतदान

शाजापुर नगर की 102 वर्षीय केसर बाई व्हील चेयर पर बैठकर मतदान केन्द्र पहुँची और मतदान किया। वे बतायी कि वह हमेशा चुनाव में मतदान करती आ रही है। इस बार शारीरिक अशक्तता के कारण 28 नवम्बर को मतदान करना मुश्किल लग रहा था। आयोग द्वारा उन्हें मतदान के लिए व्हील चेयर से मतदान केन्द्र पहुँचाकर मतदान की सुविधा उपलब्ध करवाई गई। पुत्र, पुत्री और नाती-पोता के साथ केसर बाई मतदान कर प्रसन्न है कि उन्हें इस उम्र में अशक्त होने पर भी मतदान का अवसर मिला।

शाजापुर जिले की ही नीछमा निवासी 100 वर्षीय गंजीबाई, भंवर बाई, कमला बाई, झोंकर की 107 वर्षीय भगवंती बाई, पनवाड़ी की 102 वर्षीय बीसिया बाई, उकावता की 104 वर्षीय तोईसा बी ने भी मतदान केन्द्र पहुँच कर मतदान किया। इन बुजुर्ग और शारीरिक रूप से अशक्त मतदाताओं ने आयोग द्वारा मतदान के लिए उपलब्ध कराई सुविधा को अच्छी पहल बताया।

शाजापुर जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि विधानसभा निर्वाचन 2018 में जिले के 100 वर्ष से अधिक आयु के कुल 64 मतदाताओं में से 80 प्रतिशत अर्थात 53 मतदाताओं ने मतदान किया। विधानसभा क्षेत्र शाजापुर में 12, शुजालपुर में 14 और कालापीपल विधानसभा क्षेत्र में 100 वर्ष से अधिक के 27 मतदाताओं ने मतदान किया।

जिला निर्वाचन अधिकारी के अनुसार बुजुर्ग शतायु मतदाताओं को घर से मतदान केन्द्र तक वाहन से लाने-ले-जाने की सुविधा दी गई थी। कमजोर मतदाताओं के लिए मतदान केन्द्रों पर व्हील चेयर और बैसाखी भी रखी गई थी।


सफलता की कहानी निर्वाचन (शाजापुर)

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश​​