Posted on 17 Oct, 2019 7:47 pm

मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र की जो भी समस्याएँ और सुझाव हैं उनमें से 80 प्रतिशत बिन्दुओं पर सरकार ने पूर्व में ही समाधान की कार्रवाई शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि उद्योगों के लिए अनुकूल वातावरण बनें और उन्हें अपने काम में कोई परेशानी न हो, सरकार इसके लिए सजग है। श्री नाथ आज इन्दौर में 'मैग्नीफिसेंट मध्यप्रदेश'' आयोजन की पूर्व संध्या पर स्थानीय ब्रिलियेंट कन्वेंशन सेंटर में पीथमपुर औद्योगिक संगठन के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा कर रहे थे।

मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि पीथमपुर औद्योगिक संगठन ने जो मांग पत्र आजदिया है, उस पर सरकार ने पहले से ही समाधान की कार्रवाई शुरू कर दी है। श्री नाथ ने कहा कि जो भी बिन्दु और सुझाव उनके ध्यान में लाये जाएंगे सरकार उन पर प्राथमिकता के साथ काम करेगी और धीरे-धीरे उन सभी दिए गए सुझावों को शामिल कर समस्याओं का निराकरण किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम प्रदेश के विकास और यहाँ के रहवासियों की खुशहाली और नौजवानों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए वातावरण बनाना चाहते हैं। इसमें नए निवेशकों और पूर्व से स्थापित उद्योगों की हर शिकायत और सुझावों को प्राथमिकता पर लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने पीथमपुर औद्योगिक संगठन से अपेक्षा की कि वे समय-समय पर अपने शिकायतों और सुझावों से अवगत करवाते रहें।

पीथमपुर औद्योगिक संगठन के अध्यक्ष डॉ. गौतम कोठारी ने मुख्यमंत्री को बाईस सूत्रीय ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि उनके आठ माह के अल्प कार्यकाल में कई ऐसे निर्णय हुए हैं जिससे उद्योग और निवेशक प्रोत्साहित हुए हैं। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ को बधाई भी दी। पीथमपुर औद्योगिक संगठन के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया कि पहली बार उन्हें गंभीरता से सुना गया और उनके ज्ञापन में से कई बिन्दुओं पर सरकार ने समाधान की कार्रवाई भी शुरू कर दी।

पीथमपुर औद्योगिक संगठन के चेयरमेन श्री अजय शिवेकरी ने मुख्यमंत्री को संगठन की ओर से स्मृति-चिन्ह भेंट किया। मुख्यमंत्री को संगठन की ओर से गांधी जी की 150वीं जयंती पर गांधी जी की प्रतिकृति भी स्मृति-चिन्ह के रूप में भेंट की गई। इस मौके पर मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहंती, प्रमुख सचिव उद्योग डॉ. राजेश राजौरा, प्रबंध संचालक एमपीएसआईडीसी श्री विनोद पोरवाल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

साभारजनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश​​