Posted on 29 Jul, 2019 4:47 pm

प्रदेश में पिछले कुछ वर्षों से पूर्वनिर्मित जीण-शीर्ण एवं सिंचाई क्षमता खो चुकी लघु सिंचाई योजनाओं का पुनर्स्थापन, पुनरूद्वार और सुदृढ़ीकरण का कार्य किया जा रहा है। जल संसाधन विभाग का यह कार्यक्रम 'हर खेत को पानी' योजना का घटक है।

इस योजना में पिछले 7 वर्षों में 345 सिंचाई परियोजना की प्रशासकीय स्वीकृति विभाग द्वारा जारी की गई। इनमें से 329 सिंचाई परियोजनाओं का पुनर्स्थापन, पुनरूद्वार और सुदृढ़ीकरण का कार्य पूरा किया जा चुका है। इससे प्रदेश में लगभग 95 हजार 360 हेक्टेयर सिंचाई क्षमता पुन: हासिल हुई। पिछले वित्त वर्ष में इस योजना में 8 नवीन योजनाओं के कार्यों की प्रशासकीय स्वीकृति जारी की गयी है। जिनसे 4 हजार 754 हेक्टेयर क्षेत्र में पुन: सिंचाई हो सकेगी।

कमाण्ड क्षेत्र का विकास

प्रदेश में भूमि, जल प्रबंधन और वृहद् एवं मध्यम सिंचाई परियोजनाओं के अधीन सिंचाई क्षेत्रों में अधिकतम सिंचाई क्षमता का विकास और उपयोग कर कृषि उत्पादन में वृद्धि करने के लिये केन्द्रीय जल संसाधन मंत्रालय द्वारा सिंचाई परियोजनाओं को कमाण्ड क्षेत्र विकास एवं जल प्रबंधन कार्यक्रम में शामिल किया गया है।

कार्यक्रम में इस वर्ष अब तक 23 वृहद् एवं मध्यम सिंचाई परियोजना के कुल कमाण्ड क्षेत्र 10 लाख 37 हजार 765 हेक्टेयर के विरूद्ध 6 लाख 54 हजार 316 हेक्टेयर में फील्ड चैनल का निर्माण किया गया है। पिछले वर्ष 195 करोड़ 72 लाख रूपये के विरूद्ध दिसम्बर 2018 तक करीब 85 करोड़ रूपये खर्च कर 32 हजार 82 हेक्टेयर क्षेत्र में फील्ड चैनल का निर्माण किया गया था।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश