Posted on 05 Nov, 2019 8:23 pm


 

कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने मूक बधिर बेटी के नाम से बैंक में जमा राशि के आहरण में बैंक द्वारा आनाकानी करने के मामले में दो दिनों में लीड बैंक मैनेजर से प्रतिवेदन मांगा है। मामला आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित जन चौपाल में कलेक्टर के समक्ष आया। खोड्डल गांव के रामेश्वर प्रसाद बघेल की मूक बधिर बेटी रेवती बाई ने अपने पिता के साथ कलेक्टर के समक्ष पहुॅंचकर प्रकरण की पूरी जानकारी आवेदन के रूप में कलेक्टर को दी। रेवती बाई ने अपने आवेदन में उल्लेख किया है कि मूक बधिर बेटी के नाम से बरपाली के भारतीय स्टेट बैंक में 6 लाख रूपये जमा किये गये थे, जिसे उन्होंने उरगा के भारतीय स्टेट बैंक में ट्रांसफर कराया था। आवेदन में यह भी उल्लेख है कि उरगा के भारतीय स्टेट बैंक में ढाई लाख रूपये अतिरिक्त जमा किये गये थे। जमा राशि जुलाई और अगस्त माह में परिपक्व होकर कुल 13 लाख 94 हजार रूपये हो गई है, परन्तु बैंक बेटी के मूक बधिर होने के कारण राशि नहीं दे रहा है। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने दिव्यांग बेटी की स्थिति और मामले की संवेदनशीलता को संज्ञान में लेते हुये तत्काल लीड बैंक मैनेजर को बुलाकर प्रकरण की पूरी जानकारी और की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन दो दिनों के भीतर मांगा है। 
    कलेक्टर जन चौपाल मंे आज दिव्यांग विभिषण सिंह, बलराम कुमार चन्द्रा और दिलेराम कुर्रे ने मोटराईज्ड ट्राई सायकिल की भी मांग की। कलेक्टर ने समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों से ट्राई सायकिल की उपलब्धता की जानकारी ली और पात्रतानुसार ट्राई सायकिल देने के निर्देश दिये। कलेक्टर जन चौपाल में आज कुल 122 आवेदन प्राप्त हुुए। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल को अलग-अलग क्षेत्र से आये लोगों ने अपने से संबंधित समस्याओं के निराकरण के लिए आवेदन दिए। जन चौपाल में पेंशन, उपचार, सीमांकन, आवास आदि के लिए आवेदन दिए गए। सभी आवेदनों को कलेक्टर ने आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश देते हुए संबंधित अधिकारियों को अग्रेषित किया है।

साभार – जनसम्पर्क विभाग छत्तीसगढ़

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