Posted on 09 Nov, 2019 7:08 pm

अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के पूर्व जिले में शांति एवं अमन चौन की स्थिति कायम रखने के संबंध में शांति समिति की महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। बैठक में सभी सदस्यों ने कहा कि जिले में सांप्रदायिक सौहार्द की परंपरा है और हमेशा से सभी समुदायों के लोग मिलजुलकर रहते हैं। यह परंपरा इस बार भी कायम रहेगी और सांप्रदायिक सौहार्द की स्थिति बनी रहेगी। बैठक में कलेक्टर श्री अंकित आनंद एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अजय यादव ने सदस्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि जिले में सांप्रदायिक सौहार्द और भाईचारा कायम रखने को लेकर आपका संकल्प काबिलेतारीफ है। जिला प्रशासन की ओर से आपको हर संभव सहयोग किया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि प्रशासन लगातार स्थिति पर निगरानी रखेगा, शांति समिति के सदस्यों से भी मिले फीडबैक पर कार्रवाई की जाएगी। कोई भी असामाजिक तत्व अगर माहौल बिगाड़ने की कोशिश करेगा तो उस पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने कहा कि सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है और लोगों से अपील की गई है कि अफवाहों पर ध्यान न दें। ऐसे तत्व जो सोशल मीडिया पर गलत संदेश प्रसारित करेंगे अथवा माहौल खराब करने का प्रयास करेंगे, उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने कहा कि अब सोशल मीडिया में भी संदेश के मूल स्रोत तक जाना संभव हो गया है। कोई भी इस तरह के गलत संदेश प्रसारित कर अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकता, उन्हें ट्रैक कर उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने इस मौके पर कहा कि दुर्ग में हमेशा से सांप्रदायिक सौहार्द का वातावरण है और इसमे समुदाय प्रमुखों की बड़ी भूमिका रही है। अमन-चौन कायम रखने में उनकी भूमिका के चलते दुर्ग में कभी भी खराब माहौल नहीं बना है। इस परंपरा को हमेशा की तरह कायम रखना है और हम सब इसमें सफल होंगे। पुलिस लगातार स्थिति पर नजर रखेगी, शांति समिति के सदस्यों की ओर से भी जो फीडबैक आएगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी। बैठक में शांति समिति के सदस्यों ने प्रशासनिक अधिकारियों को आश्वस्त किया कि वे सभी सांप्रदायिक सौहार्द का वातावरण कायम रखने के लिए संकल्पित हैं और दुर्ग की गौरवशाली परंपरा हमेशा की तरह कायम रखेंगे।

साभार – जनसम्पर्क विभाग छत्तीसगढ़