Posted on 23 Apr, 2020 7:44 pm

प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के बीच किसानों से समर्थन मूल्य पर गेहूँ की खरीदी के लिये बनाए गए केन्द्रों पर किये गये सुरक्षा इंतजामों से किसान खुश हैं। गेहूँ उपार्जन की कार्यवाही प्रदेश में 15 अप्रैल से निरंतर जारी है। जबलपुरजिले में किसान एसएमएस मिलने के बाद 153 खरीदी केन्द्रों पर प्रतिदिन किसान अपनी उपज लेकर पहुँच रहे हैं। किसान, कर्मचारी, हम्माल और तुलावटी सभी लोग खरीदी केन्द्र में सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन कर रहे हैं।

विकासखण्ड मझौली के साइलो केन्द्र में समर्थन मूल्य पर गेहूँ बेचने पहुँचे ग्राम गठौरा के किसान मिठाईलाल पटेल ने खरीदी केन्द्र पर की गई सुरक्षा व्यवस्थाओं की तारीफ की है। उन्होने केन्द्र में मास्क, सेनिटाइजर और हैण्ड ग्लब्स की व्यवस्था पर प्रसन्नता व्यक्त की। किसान सुरेन्द्र भट्ट ने बताया कि उन्हें मोबाइल पर खरीदी केन्द्र पर आने का एसएमएस मिलने से फसल यहां तक लाने की तैयारी के लिये समय मिल गया। खरीदी केन्द्र में भीड़-भाड़ का भी सामना नहीं करना पड़ा। जिले में अन्य खरीदी केन्द्रों पर पहुँचे किसान कृष्ण कुमार पटेल और रामगोपाल पटेल ने भी खरीदी केन्द्र में स्वास्थ्य परीक्षण संबंधी व्यवस्थाओं की सराहना की। इन्होंने बताया कि खरीदी केन्द्रों में दूरी बनाये रखने के लिये एक-एक मीटर की दूरी पर गोले बनाये गये थे।

नीमच जिले में लॉकडाउन के दौरान बोरखेड़ीकला के किसान रामनिवास पाटीदार ने कृषि साख सहकारी समिति खरीदी केन्द्र पर अपना 120 क्विंटल गेहूँ 1925 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर बेचा है। जिले में 41 केन्द्रों पर अब तक 1925 किसानों ने अपना 38 हजार क्विंटल से अधिक गेहूँ बेचा है। ग्राम बिसलवासकला के किसान सुरेशचन्द्र ब्राह्मण ने अपना 19 क्विंटल गेहूँ समर्थन मूल्य पर बेचा है। उन्होंने खरीदी केन्द्र पर सोशल डिस्टेंसिंग और हेण्ड सेनिटाइजर की व्यवस्था पर प्रसन्नता व्यक्त की।

विदिशा जिले में किसानों को सौदा-पत्रक के माध्यम से गेहूँ बेचने की व्यवस्था रास आ रही है। ग्राम दरगुंवा के किसान प्रेम सिंह राजपूत ने सौदा-पत्रक के माध्यम से अपना गेहूँ घर बैठे बेचा है। इनका 300 क्विंटल गेहूँ विदिशा ट्रेडिंग कम्पनी ने खरीदा है। 

श्योपुर जिले में 79 खरीदी केन्द्रों पर गेहूँ उपार्जन का कार्य चल रहा है। साइलो केन्द्र नागदा और सलमान्या पर जन-अभियान परिषद के माध्यम से किसानों के लिये शरबत की व्यवस्था की गई है। प्रत्येक उपार्जन केन्द्र पर अधिकारियों-कर्मचारियों की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। इन केन्द्रों पर सुरक्षा के इंतजाम के तौर पर मास्क आदि की भी व्यवस्था की गई है।

उमरिया जिले में उपार्जित गेहूँ के भण्डारण की क्षमता बढ़ाने के लिये चंदिया में 10 हजार मीट्रिक टन क्षमता वाले कैब और मानपुर जनपद मुख्यालय में 5 हजार मीट्रिक टन क्षमता वाले कैब के निर्माण की स्वीकृति दी गई है। ग्राम चंदिया में 10 हजार मीट्रिक टन क्षमता वाले कैब का निर्माण पूरा हो गया है। मानपुर में कैब का निर्माण एक-दो दिन में पूरा हो जायेगा। इससे जिले में उपार्जित गेहूँ के भण्डारण की क्षमता बढ़ जायेगी।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश