Posted on 28 Apr, 2020 6:26 pm

प्रदेश में गेहूँ उपार्जन केन्द्रों पर कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये किये गये पर्याप्त इंतजामों से किसान चिन्तामुक्त होकर अपनी उपज बेच रहे हैं। किसान स्वयं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं, मास्क लगाकर ही खरीदी केन्द्र पर पहुँच रहे हैं।

शिवपुरी जिले के ग्राम भौराना के किसान रोरीलाल रावत के मन में यह डर था कि कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के चलते खरीदी केन्द्र पर जाना चाहिए अथवा नहीं। जब वे खरीदी केन्द्र पर पहुँचे और वहाँ बचाव की व्यवस्थाओं को देखा तो वे निश्चिंत हो गये। उन्होंने देखा कि खरीदी केन्द्र पर हाथ धोने के लिये पानी और साबुन रखा गया था। किसानों को मास्क के उपयोग की सलाह दी जा रही थी और मास्क का इंतजाम भी किया गया था।

गुना जिले के ग्राम घनोरिया में स्थापित उपार्जन केन्द्र में महिला स्व-सहायता समूह की महिलाएँ 8 से 10 घंटे तक ड्यूटी दे रही हैं। ये महिलाएँ किसानों को तथा तुलाई और सिलाई में लगे श्रमिकों-हम्मालों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करा रही हैं। केन्द्र में पीने के ठण्डे पानी, सेनेटाइजर, मास्क और छाया की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कर रही हैं। केन्द्र में सुरक्षा उपायों के तौर पर मास्क का वितरण भी किया जा रहा है। यहाँ अब तक 5 हजार क्विंटल से अधिक गेहूँ की खरीदी की जा चुकी है। केन्द्र में ऐसे किसान और परिवहन में लगे कर्मचारी, जिन्हें रात में रुकने की जरूरत पड़ती है, उनके लिये भोजन की व्यवस्था भी की गई है।

होशंगाबाद जिले में सिवनी-मालवा तहसील की नंदरबाड़ा सोसायटी में गेहूँ बेचने आये किसान सुमेर ने देखा कि खरीदी केन्द्र पर किसानों की सुविधा के लिये सभी जरूरी व्यवस्थाएँ की गई हैं। सोसायटी का पूरा अमला किसानों की सुविधाओं का पूरा ख्याल रख रहा है। देवास जिले में ग्राम उपड़ी के किसान अनिल पटेल लॉकडाउन के दौरान सौदा-पत्रक के माध्यम से समर्थन मूल्य से अधिक मूल्य पर करीब 100 क्विंटल गेहूँ बेचकर बहुत खुश हैं। उन्होंने राज्य सरकार की सौदा-पत्रक व्यवस्था की सराहना की है।

नीमच जिले के ग्राम जवासा के किसान कैलाशचन्द्र ने खरीदी केन्द्र पर अपना 26 क्विंटल और जगदीश व्यास ने अपना 43 क्विंटल गेहूँ 1925 रूपये प्रति क्विंटल के भाव पर बेचा है। जिले में 41 खरीदी केन्द्रों पर अब तक 4447 किसानों ने एक लाख 15 हजार 117 क्विंटल गेहूँ बेचा है।

आगर-मालवा जिले के ग्राम रलायती के किसान सुजान सिंह गेहूँ उपार्जन केन्द्र पिपलिया घाटा पर अपनी 54 क्विंटल गेहूँ उपज बेचकर चिंता मुक्त दिखे। उन्होंने राज्य सरकार की किसानों को एसएमएस के माध्यम से सूचना देने की व्यवस्था की सराहना की। उनका कहना था कि इस व्यवस्था से खरीदी केन्द्र पर कोरोना संक्रमण के दौर में किसानों को सुरक्षा मिली है। बड़वानी जिले में बनाये गये 26 खरीदी केन्द्रों पर निरंतर गेहूँ की खरीदी की जा रही है। अब तक जिले में 1715 किसानों से करीब 67 हजार 500 क्विंटल गेहूँ की खरीदी की जा चुकी है।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

 

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