Posted on 28 Sep, 2019 7:18 pm

महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने कहा है कि प्रदेश को कुपोषण मुक्त बनाने के लिये लोगों की मानसिकता को बदलना होगा। महिलाओं एवं परिवार के अन्य सदस्यों को पोषण तथा स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण विषयों के मामले में जागरूक करना अत्यन्त आवश्यक है। श्रीमती इमरती देवी आज यहाँ महात्मा गाँधी सेवा आश्रम, डब्ल्यू.एच.एच. द्वारा आयोजित राज्य-स्तरीय पोषण समृद्ध गाँव सम्मेलन को संबोधित कर रही थीं। मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने इस मौके पर 'म.प्र. में आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा पोषण शिक्षा' पुस्तक का विमोचन किया।

मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने कहा कि आँगनबाड़ी कार्यकर्ता एक महत्वपूण कड़ी है, जो घर-घर जाकर महिलाओं और परिवारों को पोषण की शिक्षा देती है। उन्होंने निर्देश दिये कि गाँवों में कैम्प लगाकर कुपोषित बच्चों का परीक्षण कराया जाये। बच्चों को पोषण तत्वों के महत्व, दैनिक जीवन में उनके उपयोग की जानकारी आदि चित्रों और नुक्कड नाटकों के माध्यम से दें।

कार्यक्रम में डब्ल्यू.एच.एच. की प्रदेश प्रमुख श्रीमती प्रतिभा श्रीवास्तव ने पोषण समृद्ध गाँव की अवधारणा की प्रस्तुति दी। उत्कृष्ट कार्य करने वाली आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सम्मानित भी किया गया। श्योपुर जिले के सहरिया जाति के बच्चों ने कार्यक्रम में नुक्कड नाटक के माध्यम से कुपोषण को दूर करने की बात समझाई।

साभारजनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश