Posted on 17 Jan, 2019 12:40 pm

 

जनसम्पर्क, विधि एवं विधायी, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, विमानन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने कहा है कि जैव विविधता संरक्षण के लिए ग्रामीणों की सहभागिता की महती आवश्यकता है। जागरण लेक सिटी यूनिवर्सिटी में जैव विविधता पर आयोजित कार्यशाला में यह बात कही।

श्री शर्मा ने कहा कि ग्रामीण के संसाधनों उपयोग पर ग्राम पंचायतों को उपकर लगाने का अधिकार पंचायती राज में दिया गया है। ग्राम पंचायतें इस अधिकार का उपयोग कर प्राप्त होने वाली धनराशि से जैव विविधता संरक्षण के लिए बहुतेरे उपाय कर सकती हैं। उन्होंने पर्यावरण को बचाने में धार्मिक मान्यताओं को भी महत्वपूर्ण बताया। श्री शर्मा ने कहा कि पीपल के वृक्ष में देवी-देवताओं का वास होने का उल्लेख धार्मिक ग्रन्थों में है। सभी जानते है कि पीपल का वृक्ष 24 घंटे ऑक्सीजन देता है। उन्होंने कहा कि जैव विविधता के संरक्षण के लिए कार्यशाला के निष्कर्षों का लाभ सभी को मिलेगा।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश​