Posted on 18 Jan, 2019 6:07 pm

 

आगामी लोकसभा निर्वाचन-2019 की तैयारियों की समीक्षा मिंटो हॉल में आयोजित बैठक में हुई। वित्तीय वर्ष 2018-19 के बजट उपयोग की समीक्षा भी की गई।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री व्ही.एल. कान्ता राव ने कलेक्टरों से कहा कि लोकसभा निर्वाचन, 2019 में किसी भी पात्र व्यक्ति का नाम मतदाता सूची में जुड़ने से नही छूटे ऐसे प्रयास किये जायें। लोकसभा निर्वाचन की तैयारी पूरी योजना बनाकर करें। कानून-व्यवस्था, केन्द्रीय सुरक्षाबलों की तैनाती, ई.व्ही.एम./व्ही.व्ही.पैट, निर्वाचक नामावली, मतदाता जागरूकता कार्यक्रम, प्रशिक्षण कार्यक्रम पर योजनाबद्ध तरीकें से कार्य करें। संपत्ति विरूपण अधिनियम के प्रावधानों का पालन कराया जाना अभी से सुनिश्चित करें। लोकसभा निर्वाचन 2019 में अधिक से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें इसके लिये सघन प्रयास करें।

बैठक में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री राव ने निर्वाचक नामावली, फोटो परिचय पत्र, बी.एल.ओ. एवं सुपरवाईजर का मानदेय तथा स्वीप गतिविधियों से संबंधित भुगतान शीघ्र करने के निर्देश कलेक्टरों को दिये। श्री राव ने चुनाव से संबंधित कानूनी प्रावधानों एवं नियमों को संकलित करने के लिये एक समिति गठित करने के निर्देश दिये। समिति में इंदौर कलेक्टर श्री लोकेश जाटव एवं मुरैना कलेक्टर श्रीमती प्रियंका दास को शामिल किया गया है।

अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री संदीप यादव ने कहा कि 1 जनवरी, 2019 को या उससे पहले 18 वर्ष के हो चुके युवाओं के नाम मतदाता के रूप में पंजीकृत करायें। लोकसभा चुनाव में युवाओं के अतिरिक्त जिन पात्र व्यक्तियों के नाम मतदाता सूची में नहीं हैं वे जोड़े जायें एवं त्रुटियों को सुधारा जायें।

बैठक में कानून एवं व्यवस्था पर इंदौर कलेक्टर श्री लोकेश जाटव, ईव्हीएम मैनेजमेण्ट पर कलेक्टर भोपाल डॉ. सुदाम खाड़े, आदर्श आचरण संहिता पर कलेक्टर मुरैना श्रीमती प्रियंका दास, ई-रोल मैनेजमेण्ट पर कलेक्टर ग्वालियर श्री भरत यादव तथा मतदाता जागरूकता पर कलेक्टर उज्जैन श्री शशांक मिश्रा ने प्रस्तुतिकरण दिया।

बैठक में संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री विकास नरवाल तथा राजेश कौल, उप-मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री संजीव जैन, राकेश कुशरे, राजेश श्रीवास्तव तथा प्रदेश के सभी जिला कलेक्टर उपस्थित थे।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश​​