Posted on 07 Feb, 2019 6:59 pm

 

पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री कमलेश्वर पटेल ने कहा है कि जनता की संतुष्टि शासन की पहली प्राथमिकता है। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। भ्रष्टाचार करने वाला अगर मेरा रिश्तेदार होगा, तो उसे भी नहीं छोडूंगा। किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि जन-प्रतिनिधि ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी सक्रियता बढ़ायें। श्री पटेल ने उनसे मिलने मंत्रालय पहुँचे पंचायत राज प्रतिनिधियों से चर्चा के दौरान यह बात कही।

मंत्री श्री पटेल ने कहा कि शासकीय अमला और पंचायत प्रतिनिधि आपसी समन्वय से जनहित के कार्य करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश की लगभग सवा पाँच करोड़ जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करती है, जिनके जीवन-स्तर में उत्तरोत्तर सुधार करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है।

श्री पटेल ने कहा कि सरपंचों को भी अपने अधिकारों और दायित्वों के प्रति सचेत रहना चाहिये। सचिव या अन्य लोगों के प्रभाव में गलत कार्य नहीं करना चाहिये। उन्होंने कहा कि पंचायत राज संचालनालय के माध्यम से पंचायत राज प्रतिनिधियों के प्रशिक्षण का आयोजन पूरे प्रदेश में किया जा रहा है। इसका शुभारंभ हाल ही में धार जिला मुख्यालय से किया जा चुका है। श्री पटेल ने कहा कि ग्रामीण विकास विभाग में सभी प्रकार के भुगतान ऑनलाइन किये जा रहे हैं। पंचायत राज प्रतिनिधि इस प्रक्रिया को गंभीरता से इस्तेमाल करें।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश​​

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