Posted on 04 Nov, 2019 8:01 pm


 

पौध रोपण में प्लास्टिक के उपयोग को कम करने के लिए दुर्गा शक्ति महिला स्वसहायता समूह वनचरौदा जिला रायपुर ने बेहतर विकल्प तैयार किया है। प्रायः वन तथा उद्यागिकी विभाग की नर्सरियों में पौधों के रोपण के लिए प्लास्टिक बैग का उपयोग अक्सर किया जाता है, जो पर्यावरण एवं स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। स्वसहायता समूह की अध्यक्ष श्रीमती चंद्राकर के मार्गदर्शन में राज्योत्सव में ग्रामीण विकास विभाग के स्टॉल में गोबर के गमलों के उपयोग पौधरोपण के लिए करने एवं गमले तैयार करने की प्रक्रिया को शानदार ढंग से प्रदर्शित किया गया है। समूह की महिलाएं गोबर मिट्टी के गमलों को तैयार करने एवं सही समय पर पौधा सहित गमले को जमीन में रोपित करने की तकनीक बड़े आकर्षक ढंग से लोगों को बता रही है। इस तकनीक को जानने लोग खासी दिलचस्पी ले रहे हैं। स्वसहायता समूह के सदस्यों ने बताया कि गोबर गांव के गोठान से लिया जा रहा है।

साभार – जनसम्पर्क विभाग छत्तीसगढ़