Posted on 29 Aug, 2019 5:45 pm

विश्व प्रकृति निधि भारत (डब्लूडब्लूएफ) द्वारा युवाओं में पर्यावरण चेतना जागृत करने के उद्देश्य से एशिया का सबसे बड़ा 'वाइल्ड विज़डम क्विज़ 2019' किया जा रहा है। स्कूली विद्यार्थियों के लिये प्रतियोगिता तीन वर्गों में की जा रही है। प्रतियोगिता की थीम 'अपने ग्रह की खोज' है। क्विज़ में पंजीयन की अंतिम तिथि 15 सितम्बर 2019 है। विद्यालय http://quiz.wwfindia.org/wwq/senior.aspxलिंक पर जाकर पंजीयन कर सकते हैं। डब्लू डब्लू एफ-इण्डिया, मध्यप्रदेश तथा छत्तीसगढ़ इकाई सलाहकार समिति तथा रेरा अध्यक्ष श्री अन्टोनी डिसा ने अधिक से अधिक विद्यार्थियों से क्विज़ में भाग लेने की अपील की है।

पहले वर्ग में कक्षा 3 से 5, द्वितीय वर्ग में कक्षा 6 से 8 एवं तृतीय वर्ग में लिखित प्रतियोगिता तथा कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिये ऑनलाइन क्विज़ होगी। सभी प्रतिभागी विद्यार्थियों को ‘‘सर डेविड एटेनबग ’’ द्वारा हस्ताक्षरित प्रमाण -पत्र दिये जायेंगें। राज्य स्तर की प्रतियोगिता अक्टूबर, 2019 में भोपाल में होगी। राज्य स्तर की विजेता टीम राष्ट्रीय स्तर पर नवम्बर, 2019 में दिल्ली में क्विज़ में भाग लेंगी।

श्री अन्टोनी डिसा ने कहा है कि यह क्विज़ एक अच्छे कल और पर्यावरण चेतना को जागृत करने में निश्चित ही सहायक सिद्ध होगा। यह क्विज़ ऐसा माध्यम है जिससे बच्चों को न सिर्फ प्रकृति एवं वन्य-प्राणियों के बारे में जानकारी मिलती है बल्कि उनमें आज की पर्यावरणीय समस्याओं एवं चुनौतियों को समझते हुए संरक्षण नेतृत्व क्षमता का विकास भी होता है।

डायरेक्टर,पर्यावरण शिक्षा शाखा,डब्ल्यू डब्ल्यू एफ-इण्डिया,नई दिल्ली श्रीमती राधिका सूरी ने कहा कि यह क्विज़ सिर्फ एक प्रतियोगिता न होकर विद्यार्थियों को जैव-विविधता के बारे में जागरूक करने का जरिया है। विश्व प्रकृति निधि की राज्य संचालक श्रीमती संगीता सक्सेना ने कहा कि हमारे प्रदेश के बच्चों के लिए यह क्विज़ एक ऐसा मंच हैं जहाँ उन्हें प्रकृति, पर्यावरण, वन्य-प्राणी एवं जैव-विविधता के बारे में व्यापक रूप में जानकारी प्राप्त होती हैं। उन्होंने बताया कि पिछले वर्षों में मध्यप्रदेश के विजेताओं ने राष्ट्रीय स्तर पर अंतिम पाँच में स्थान बनाया है।

यह क्विज़ गत 12 वर्षों से निरंतर की जा रही है। क्विज़ में इस वर्ष सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरे एशिया पैसिफिक रीजन,युनाइटेड किंगडम, साउथ अमेरिका,नेपाल और भूटान सहित 7 देशों के लगभग 70 हजार विद्यार्थी और 11 हजार स्कूल के भाग लेने की संभावना है।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश