Posted on 28 Apr, 2020 8:03 pm

वैश्विक महामारी 'कोरोना (कोविड-19)' के भीषण प्रकोप से बचने के लिये नीमच जिले के ग्राम खेडली की शासकीय प्राथमिक शाला के शिक्षक आशाराम लोची ने बच्चों की जिज्ञासाओं और पालकों की चिंताओं के समाधान के लिये नया तरीका हल निकाला है। आशाराम मुँह पर कपडे़ का बना मास्क लगाकर हर रोज गाँव के एक मोहल्ले में जाते हैं। सोशल डिस्टेंसिंग रखते हुए मोहल्ले के 4-5 विद्यार्थियों को किसी एक स्थान पर एकत्रित करते हैं और फिर वहीं शुरू हो जाता है आशाराम लोची का शासकीय प्राथमिक विद्यालय, ग्राम खेडली।

इस चलते-फिरते स्कूल में हर कक्षा के बच्चे होते हैं। सबके अपने-अपने सवाल होते हैं। शिक्षक आशाराम के पास हर सवाल का जवाब होता है। आशाराम सोशल डिस्टेंसिंग से ही सबकी कॉपियों में हल किये जवाबों को देखते हैं और सही करवाते हैं। किसी को नया होमवर्क देते हैं, तो किसी को सुधार के लिये कहते हैं। रेडियो स्कूल कार्यक्रम में सुनवाये गये शैक्षिक कार्यक्रमों पर भी समझाइश देते हैं। साथ ही, डिजीलेप व्हाटसएप ग्रुप्स में क्या आया और उस पर कैसे अमल करना है, ये भी बताते हैं।

बच्चों की मोहल्ला क्लास के बाद उसी स्थान पर प्रारंभ होती है पालकों और शिक्षक आशाराम की दूसरी क्लास। इसमें आशाराम पालकों से बच्चों की पढ़ाई के बारे में तो बातें करते ही हैं। साथ ही घर में ही मास्क तैयार करने, घर-मोहल्ले की साफ-सफाई और कोरोना संक्रमण से बचाव की अन्य जानकारियाँ भी नागरिकों को प्रदान करते हैं।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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