Posted on 17 Jun, 2019 5:43 pm

राज्य कृषि विपणन बोर्ड ने पिछले छ: माह में विभिन्न योजनाओं मे 1155 हितग्राहियों को 9 करोड़ 56 लाख की राशि से लाभान्वित किया है। इनमें ''मुख्यमंत्री कृषक जीवन कल्याण योजना'' में 299 कृषकों को राशि 9 करोड़ 40 लाख, मुख्यमंत्री मण्डी हम्माल एवं तुलावटी सहायता योजना में लायसेंसी 490 हम्माल एवं तुलावटियों को 9 लाख तथा मंडी प्रांगण में उपज विक्रय करने वाले 366 कृषकों को कृषि विपणन पुरस्कार योजना में 7 लाख 3 हजार की राशि प्रदाय की गयी है।

किसानों को 2 लाख तक का नगद भुगतान

बोर्ड द्वारा किसानों के भुगतान जोखिम को देखते हुए व्यापारियों को उपज क्रय करने पर उसी दिन दो लाख रूपये तक के नगद तथा इससे अधिक राशि होने पर शेष राशि का उसी दिन ऑनलाइन भुगतान की व्यवस्था की गई है। एक से अधिक मण्डियों में व्यापार करने की आवेदन फीस को दस हजार रूपये से घटाकर एक हजार तथा लाइसेंस फीस को 2 लाख से घटाकर 20 हजार रूपये कर दिया गया है। कृषि उपज क्रय मात्रा की अधिकतम सीमा और प्रतिभूति राशि को भी आनुपातिक रूप से कम किया गया है।

मक्का किसानों को 514 करोड़ की भावांतर राशि

फ्लैट भावान्तर भुगतान योजना में 2 लाख 60 हजार 499 मक्का किसानों को पात्रतानुसार 514 करोड़ 45 लाख की प्रोत्साहन राशि प्रदाय की गई है। कृषि अनुसंधान एवं अधोसरंचना विकास निधि से विभिन्न परियोजनाओं के लिए अनुदान 17 करोड़ 70 लाख, गौ-सरंक्षण एवं संवर्धन के लिए गौपालन एवं पशुधन संवर्धन बोर्ड को 20 करोड़ की अनुदान राशि के साथ ही कृषक सम्मेलन, कार्यशाला, प्रदर्शनी आदि के लिए अनुदान 50 लाख 53 हजार रूपये का प्रदाय किया गया है। ''जय किसान समृद्धि योजना'' में प्रदेश सरकार किसानों का गेहूँ केन्द्र सरकार द्वारा घोषित मूल्य 1840 रूपये प्रति क्विंटल से 160 रूपये अधिक, 2000 रूपये प्रति क्विंटल में खरीद रही है। ''मुख्यमंत्री कृषक प्याज प्रोत्साहन योजना'' में अब तक 2 लाख 32 हजार मीट्रिक टन प्याज का पंजीकृत किसानों ने मण्डी में विक्रय किया है।

मण्डी व्यापारी सम्मान योजना-2019 लागू

बोर्ड के प्रबन्ध निदेशक श्री फैज अहमद किदवई के अनुसार राज्य शासन द्वारा इसी माह से लायसेंसी मण्डी व्यापारियों को सम्मानित करने के लिए ''मण्डी व्यापारी सम्मान योजना-2019'' प्रारंभ की गयी है। ई-उपार्जन योजना में पंजीकृत कृषकों को मण्डी प्रागंण के अंदर तथा बाहर स्थित सभी उपार्जन केन्द्रों पर ''मुख्यमंत्री कृषक भोजन'' योजना का लाभ देने की व्यवस्था की गई है। इस योजना का लाभ मंडी प्रांगण में कार्यरत लायसेंसी हम्माल और तुलावटियों को भी दिया जा रहा है। मण्डी समितियों में कार्यरत् 50 वर्षीय लायसेंसी हम्माल और तुलावटियों का वर्ष में दो बार स्वास्थ्य परीक्षण कराया जायेगा।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश​​