Posted on 24 May, 2018 2:37 pm

 

धार जिले के ग्राम गुणावद की सरोज पति मेहरबान अब गाँव की सरोज दीदी बन गई है। गाँव की महिलाएँ सरोज से सफलता के गुर सीख रही हैं।

वर्ष 2013 तक मजदूरी की कमाई से जीवन-यापन करने वाली सरोज गाँव के गंगा आजीविका स्व-सहायता समूह से जुड़ने के बाद निरंतर आगे बढ़ रही है। सिलाई का प्रशिक्षण प्राप्त कर लिया है। पति मेहरबान को कटलरी का सामान दिलवा कर गाँव के हाट-बाजारों में व्यवसाय शुरू करवा दिया है। पति-पत्नि दोनों मिलकर अब हर माह 12-15 हजार रुपये आसानी से कमा रहे हैं।

सरोज ने बैंक से पहले 25 हजार और फिर 55 हजार रूपये ऋण लेकर अपना काम काफी बढ़ा लिया है। अपने परिवार और रिश्तेदारों को भी अपनी आर्थिक गतिविधियों में जोड़ लिया है। सरोज की सफलता ने उसे सामाजिक प्रतिष्ठा और सम्मान दिलाया है।

सस्केस स्टोरी (धार)

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

 

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