Posted on 22 Jun, 2018 5:48 pm

 

सिवनी जिले के बरघाट विकासखण्ड के ग्राम जोरावारी के निवासी श्री गोविंद उईके बताते हैं कि उनका 2 वर्षीय पुत्र बेहद तकलीफ में था उसने मल व पेशाब करना बंद कर दिया था। जिसके कारण शिवम को काफी शारीरिक तकलीफ हो रही थी। शिवम के माता-पिता  अशिक्षित होने के कारण वे शिवम के रोग को समझा नहीं पा रहे थे तथा गरीब होने के कारण उचित ईलाज कराने में असमर्थ गोविंद घरेलू उपचार से ही अपने पुत्र के ठीक होने का इंतजार था। जिससे सही उपचार न मिलने के कारण उनके पुत्र की तबियत और खराब होती जा रही थी।

आशा कार्यकर्ता सीता मसराम द्वारा बच्चे की तकलीफ देख तुरंत कुरई जिला चिकित्सालय की चिकित्सक रूचि द्विवेदी बच्चे का स्वास्थ्य परीक्षण कर जबलपुर मेडिकल कालेज के चिकित्सकों से शिवम की बीमारी व उसकी गंभीर स्थिति की चर्चा की । चिकित्सको ने शिवम के माता-पिता को जबलपुर मेडिकल कालेज में भर्ती व सर्जरी करने की सलाह दी, तब शासन की जन कल्याणकारी योजना राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत विगत 18 जून को शिवम की मेडिकल कालेज में निःशुल्क उपचार व सर्जरी की गई। जिसके चलते शिवम अब पूर्णतः स्वस्थ है।

सक्सेस स्टोरी (सिवनी)

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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