Posted on 08 Mar, 2019 3:31 pm

प्रदेश में पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन (एप्को) के अंतर्गत राज्य जलवायु परिवर्तन ज्ञान प्रबंधन केन्द्र की स्थापना की गई है। इस केन्द्र के माध्यम से जलवायु परिवर्तन से संबंधित विषयों पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। एप्को में 'सर्टिफिकेट कोर्स ऑन क्लाइमेट चेंज' पर प्रशिक्षण शुरू हुआ। प्रशिक्षण में देशभर के प्रतिभागी भाग ले रहे हैं।

कार्यपालक संचालक श्री जितेन्द्र सिंह राजे ने प्रशिक्षण का शुभारंभ करते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन पर्यावरण के साथ-साथ सामाजिक एवं आर्थिक विकास के लिये चुनौती बन गया है। इसके लिये जरूरी है कि जलवायु परिवर्तन के लिये जिम्मेदार ग्रीन हाउस गैस के उत्सर्जन पर नियंत्रण स्थापित किया जाये और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिये प्रभावी वृक्षारोपण किया जाये। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के संकल्प से ही पर्यावरण-संरक्षण की दिशा में बेहतर कार्य किया जा सकेगा। यह प्रशिक्षण 28 मार्च को समाप्त होगा।

प्रशिक्षण में पद्मश्री श्री बाबूलाल दाहिया, टेरी नई दिल्ली की डॉ. सुरुचि भदवाल, पर्यावरण एवं वन मंत्रालय की सुश्री रिद्धिमा सूद, शहरी पर्यावरण विशेषज्ञ सुश्री सौम्या चतुरवेदला, आईआईएफएम, भोपाल के प्रो. डॉ. अमिताभ पाण्डे, भारतीय मृदा संस्थान के डॉ. मोहंती एवं सेवानिवृत्त मुख्य प्रधान वन संरक्षक श्री बी.एम.एस. राठौर व्याख्यान देंगे।

परियोजना का भ्रमण

प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को इंदौर और बुरहानपुर में पारम्परिक जल शोध कुओं एवं बावड़ियों को बचाने के लिये सामाजिक स्तर पर किये जा रहे प्रयासों का अवलोकन कराया जायेगा। एप्को के ऐसे अब तक हुए 3 प्रशिक्षण कार्यक्रम में 60 प्रतिभागी शामिल हुए हैं।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश