Posted on 19 Apr, 2018 5:34 pm

 

नारायणपुर जिले के सरकारी प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं में ग्रीष्मावकाश में भी मध्यान्ह भोजन सुचारू रूप से संचालित होगा। केन्द्र सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग नई दिल्ली के मध्यान्ह भोजन  योजना 2006 की संदर्शिका में स्पष्ट उल्लेख है कि सूखाग्रस्त क्षेत्र की शालाओं में ग्रीष्मावकाश में (1 मई से 15 जून 2018 तक) 46 कार्य दिवस में भी मध्यान्ह भोजन संचालित किया जाना है। उल्लेखनीय है कि राज्य शासन द्वारा खरीफ फसल 2017 की नजरी अनावरी एवं छत्तीसगढ़ में हुई अल्प वर्षा के आधार पर जिला नारायणपुर समेत 21 जिलों की 96 तहसीलों को सूखाग्रस्त घोषित किया है।
    कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा ने शिक्षा अधिकारियों और संबंधित अधिकारियों को मध्यान्ह भोजन का संचालन तथा मई हेतु चांवल आबंटन सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिये हैं। कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि रसोई बनाते समय पूर्णता सावधानी बरती जाये। बच्चों को गरम, पौष्टिक और ताजा भोजन उपलब्ध हो। रखा हुआ और बासा भोजन बच्चों को बिल्कुल भी न परोसा जाये, इस बात का विशेष ध्यान रखा जाये।
पाराशर/324

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग छत्तीसगढ़

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