Posted on 24 Nov, 2018 9:15 pm

 

मध्यप्रदेश रेरा के अध्यक्ष श्री अन्टोनी डिसा ने रहवासी कल्याण समितियों की आवासीय कॉलोनियों के प्रबंध में महत्वपूर्ण भूमिका निरूपित करते हुए कहा कि समितियों को इसके लिये सुदृढ़ बनाकर समुचित अवसर उपलब्ध कराना सभी के हित में है। श्री डिसा आज हैदराबाद में दो-दिवसीय रहवासी कल्याण समितियों के छठवें राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। सम्मेलन का आयोजन नगरीय रहवासियों की बहु-आयामी जरूरतों से जुड़े विषयों पर चर्चा के लिये तेलंगाना रहवासी समिति तथा देश की सभी रहवासी समितियों के राष्ट्रीय महासंघ द्वारा किया गया।

श्री डिसा ने कहा कि परियोजना के दिन-प्रतिदिन के प्रबंधन और उसकी सामूहिक सम्पत्ति के निस्तारण में रहवासी के महत्वपूर्ण हित निहित रहते हैं। इसका सर्वश्रेष्ठ हल उनकी सहयोगिता से ही संभव है, क्योंकि रहवासी कल्याण समितियों के सदस्यों में उनके क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं के निराकरण करने की अपार जानकारी एवं क्षमता रहती है। उन्होंने कहा कि देश के अनेक स्थानों पर ऐसी रहवासी कल्याण समितियाँ क्रियाशील है। धीरे-धीरे अन्य स्थानों की आवंटी-समितियाँ भी अपने दायित्वों और अधिकारों के प्रति जागरूक हो रही हैं। श्री डिसा ने बताया कि एक्ट के अंतर्गत सम्पर्वतकों को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे रहवासियों की समिति का गठन कर उसे यथाशीघ्र सम्पूर्ण प्रबंधन तथा हिसाब-किताब सौंपें। ऐसा करने के लिये रहवासियों को जागरूक और प्रशिक्षित किया जाना जारी है।

उल्लेखनीय है कि रहवासी कल्याण समिति अपार्टमेंट-कॉलोनी की विभिन्न सुविधाओं के रख-रखाव, सुरक्षा, दिन-प्रतिदिन का प्रशासन जैसी जिम्मेदारियों का निर्वहन करती हैं। रहवासियों द्वारा प्रबंधन से जुड़े सुझावों पर समिति की बैठक में विचार का बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित करती हैं। रेरा एक्ट के आने के बाद प्रत्येक आवासीय कॉलोनी में ऐसी समितियों का गठन किया जाना आवश्यक है, ताकि वे प्रशासन एवं प्रबंधन में आत्म-निर्भर हो सकें। जहाँ पर कॉलोनी के आवंटियों को बिल्डर्स से एक जैसी समस्याएँ हों, वहाँ रहवासी कल्याण समिति रहवासियों की ओर से रेरा प्राधिकरण को समान सुविधाओं की आपूर्ति के लिये अनुरोध कर सकती है

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश​

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