Posted on 12 May, 2019 2:19 pm

वैसे तो 60 वर्ष या अधिक अवस्था के लोगों के बारे में उनकी स्वयं की और अन्य सभी की भी धारणा यही होती है कि अब उनके जीवन के समस्त कर्त्तव्यों की इतिश्री हो चुकी है और शेष-जीवन बस उन्हें काटना मात्र है। आज लोकसभा निर्वाचन के अवसर पर बड़े बुजुर्गों ने पूरे उत्साह के साथ स्वयं या सहारे के साथ मतदान केन्द्रों पर पहुँचकर पूरे उत्साह के साथ वोट डालकर सभी को यह जता दिया कि परिदृश्य में उनकी मौजूदगी आज भी प्रासंगिक है और आज भी देश में सरकार के गठन में प्रभावी भूमिका के निर्वहन के प्रति वे गंभीर और सचेष्ट हैं।

वयोवृद्ध जगरानी और सकुंतला ने किया मतदान

श्योपुर में वयोवृद्ध मतदाता जगरानी देवी ने मतदान केन्द्र क्रमांक-31 एवं सकुंतला देवी ने मतदान केन्द्र क्रमांक-52 पहुँचकर मतदान किया। उन्होंने बताया कि हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि हम अपने देश के बेहतर निर्माण के लिये अपना योगदान दें और अपना वोट देकर इस लोकतंत्र को और मजबूती प्रदान करें। उन्होंने अन्य मतदाताओं को भी मताधिकार का उपयोग करने प्रेरित किया।

90 वर्षीय रामनारायण ने किया मताधिकार का प्रयोग

श्योपुर विधानसभा के ही राजस्थान के सीमावर्ती ग्राम जलालपुरा के मतदान केन्द्र 121 पर 90 वर्षीय रामनारायण मीणा पुत्र हीरालाल के सहयोग से मतदान केन्द्र पर मताधिकार का प्रयोग करने पहुँचे। श्री मीणा ने बताया कि- '90 वर्ष की आयु में भी वोट डालने आ सका, इस बात की खुशी है।'

दतिया में बुजुर्गों और युवाओं ने बढ़-चढ़कर किया मतदान

भिण्ड लोकसभा क्षेत्र के दतिया में 86 वर्षीय महाराज कुमारी और 92 वर्षीय फूल कुशवाहा ने नाती के साथ हाई स्कूल सिविल लाइन मतदान केन्द्र में लाइन में लगकर मताधिकार का उपयोग किया। ग्राम सेरसा केन्द्र में 85 वर्षीय जनक राय, 80 वर्षीय जनका बाई, 90 वर्षीय छत्तो रायकवार और ग्राम उनाव बालाजी में 94 वर्षीय शिवा तिवारी ने मतदान किया।

सागर में 95 साल की इन्द्रानी और दृष्टि-बाधित बाबूलाल भी पहुँचे बूथ पर

सागर के वयोवृद्ध और दिव्यांग मतदाता भी मताधिकार के इस्तेमाल में पीछे नहीं रहे। इन मतदाताओं ने अल-सुबह ही मतदान केन्द्र पर पहुँचकर अपने मताधिकार का उपयोग किया। सुरखी विधानसभा क्षेत्र के सेमरा गोपालमन मतदान केन्द्र पर 95 वर्षीय इन्द्रानी पटेल और बीना विधानसभा क्षेत्र के मतदान केन्द्र-158 सतौरिया में 90 वर्षीय शांतिबाई पारेता ने मतदान किया।

सागर में ही दृष्टि-बाधित मतदाता बाबूलाल सुक्के ने ब्रेल लिपि की मदद से वोट दिया। नरयावली विधानसभा क्षेत्र के बूथ-225 बारछा में दिव्यांग प्रहलाद ठाकुर ने दिव्यांग मित्र की सहायता से मतदान किया।

वोट डालने आया बुजुर्ग जोड़ा

कई मतदाता सपत्नीक वोट डालने पहुँचे। नरयावली विधानसभा के मतदान केन्द्र-117 पर 82 वर्षीय बाबूलाल पटेल और उनकी पत्नी गुलाब रानी ने जोड़े से मताधिकार का उपयोग किया।

शिवपुरी में 104 वर्षीय पानाबाई सहित 95-96 वर्षीय महिलाओं ने किया मतदान

शिवपुरी तहसील के सुरवाया मतदान केन्द्र पर 104 वर्षीय श्रीमती पानाबाई पाल, 96 वर्षीय शांतिदेवी अरोरा और 95 वर्षीय सावित्रीबाई ने मतदान किया। पानाबाई ने कहा कि- 'व्हील-चेयर मिलने से उन्हें कोई परेशानी नहीं हुई।'

विदिशा में वृद्धाश्रम के सभी वृद्धजन ने किया मतदान

विदिशा जिला मुख्यालय पर श्री हरि वृद्धाश्रम के सभी 38 वृद्धजन ने होमगार्ड कार्यालय मतदान केन्द्र पहुँचकर मतदान किया। अधिकतर वृद्धजन व्हील-चेयर, वॉकर एवं अन्‍य सहारे की मदद से मतदान केन्द्र पहुँचे। इन्हें देखकर अन्य मतदाता भी प्रेरित हुए। इनमें से 90 वर्षीय कस्तूरीबाई जैन का लोकतंत्र के प्रति ज़ज़्बा काब़िले तारीफ था। यहीं लक्ष्मीबाई अग्रवाल धर्मशाला मतदान केन्द्र पर 82 वर्षीय दिव्यांग सेवानिवृत्त व्याख्याता शिवनारायण अग्रवाल ने व्हील-चेयर के सहारे पहुँचकर मतदान किया।

सुरखी में 106 वर्षीय प्रभात गिरि चारपाई पर आये मतदान करने

सुरखी विधानसभा क्षेत्र के बेरखेड़ी गुसांई मतदान केन्द्र में 106 वर्षीय मतदाता प्रभात गिरि गोस्वामी ने मतदान किया। लोकतंत्र के महात्यौहार में उत्साह से लबरेज श्री गोस्वामी के परिजन उन्हें चारपाई पर लिटाकर मतदान कराने लाये।

बुजुर्गों के उत्साह ने युवा मतदाताओं को पीछे छोड़ा

ग्वालियर के डबरा में चलने-फिरने से लाचार 103 वर्षीय रामश्री बाई मतदान के लिये स्ट्रेचर पर मतदान केन्द्र पहुँची और मताधिकार का उपयोग किया। 92 वर्षीय वैजयंती माला और 84 वर्षीय शकुंतला देवी ने भी अपने मताधिकार का उपयोग किया। शकुंतला देवी बैंगलुरु से विशेष तौर पर वोट डालने ग्वालियर आयी थीं।

राजगढ़ के मतदान केन्द्र-122 तथा 190 में क्रमश: 90 वर्षीय कमला बाई और बानो ने मतदान किया। इन वृद्धाओं को न केवल मतदान में प्राथमिकता दी गई वरन मतदान दल ने आदर के साथ सभी सहूलियतें मुहैया करवायी। दिव्यांगों को सुगमता से मतदान के उद्देश्य से रैम्प सहायक तथा वालेंटियर्स की सुविधा दी गई। दिव्यांग मतदाताओं ने मतदानकर्मियों के व्यवहार की सराहना भी की।

तीन पीढ़ियों ने किया मतदान

राजगढ़ जिले के विधानसभा क्षेत्र खिलचीपुर-जीरापुर में तीन पीढ़ियों ने मतदान केन्द्र 122 में मतदान कर इतिहास रचा। यहाँ शतायु पुरीबाई और उनके बेटे ने ही नहीं वरन् पोते दीपांशु और पोती मुस्कान जायसवाल ने भी वोट डाला।

101 साल की बसीरन बी ने किया मतदान

रायसेन जिले के बेगमगंज में मतदान केन्द्र 41 में 101 वर्षीय महिला श्रीमती बसीरन बी ने मतदान के बाद कहा कि- 'वे हर बार मतदान करती हैं। मेरी उम्र 100 साल से ज्यादा है और जब मैं मतदान कर सकती हूँ तो अन्य सभी को मतदान जरूर करना चाहिये।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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