Posted on 12 May, 2019 2:16 pm

भोपाल संसदीय क्षेत्र के सीहोर विधानसभा क्षेत्र में आर्यमन और‍रिचा ने 18 वर्ष की आयु पूरी होने पर पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग किया। दोनों मतदाता पर्ची घर पर आने के दिन से ही मतदान के लिये उत्सुक थे। रिचा मानती हैं कि देश के विकास से ही सबका भविष्य जुड़ा है। इसलिये सभी को मतदान कर अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिये।

दिव्यांग मतदाता भी पीछे नहीं रहे

सुगम मतदान की पहल को दिव्यांग मतदाताओं ने भी सार्थक किया। सीहोर जिले के ग्राम कचनारिया के 77 वर्षीय दिव्यांग छीतर सिंह ने मतदान के बाद कहा कि' 'मेरा वोट लोकतंत्र के लिये महत्वपूर्ण है। मैं दिव्यांगता को कमजोरी नहीं मानता और हर चुनाव में अपने मताधिकार का उपयोग करता हूँ।' जिले के ग्राम पचामा के 35 वर्षीय बबलू, ग्राम सिराड़ी की 24 वर्षीय किरण और सीहोर कस्बे की 45 वर्षीय ममता बाई की तरह अनेक दिव्यांग ने मतदान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इसी तरह ग्राम सुआखेड़ी के 87 वर्षीय जसरथ सिंह और 82 वर्षीय सीताबाई, ग्राम हैदरगंज की 77 वर्षीय टिबलीबाई और 86 वर्षीय विनीता पाण्डे ने भी मतदान किया। इन सभी ने वृद्धजन के लिये व्हील चेयर और सहायक की व्यवस्था की सराहना की।

नसरूल्लागंज में बारात छोड़ मतदान केन्द्र पहुँचा दूल्हा

विदिशा संसदीय क्षेत्र के नसरुल्लागंज निवासी राकेश विश्वकर्मा की आज ही शादी थी। बारात की तैयारी भी पूरी हो चुकी थी पर दूल्हा राकेश मतदान की जिद कर बैठा। राकेश ने घर वालों से कहा कि - 'पहले मतदान करूँगा, उसके बाद ही बारात रवाना होगी।' घर वालों ने उसकी बात मानी, फिर क्या था, राकेश ने तुरंत मतदान केन्द्र जाकर मताधिकार का प्रयोग किया। इसके बाद ही वह बारात लेकर रवाना हुआ।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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