Posted on 28 Nov, 2018 8:19 pm

 

भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव-2018 में महिलाओं एवं दिव्यांगों के लिये विशेष रूप से क्रियान्वित सुगम एवं समावेशी मतदान योजना प्रभावकारी सिद्ध हुई। बैतूल जिला मुख्यालय में इस योजना के अंतर्गत स्थापित किया गया पिंक मतदान केन्द्र महिलाओं, विशेषकर गर्भवती एवं धात्री महिलाओं के लिये बहुत उपयोगी साबित हुआ। इस केन्द्र के समीप ही बनाया गया आंचल केन्द्र महिला मतदाताओं के साथ आये मासूम बच्चों के लिये विशेष आकर्षण रहा।

बैतूल जिला मुख्यालय पर महिला मतदाता श्रीमती लीना साहू, श्रीमती रिजवाना परवीन, श्रीमती सरोज बेले, श्रीमती आकांक्षा राठौर और श्रीमती सोनाली राठौर ने सुगम एवं समावेशी मतदान योजना से प्रभावित होकर पहली बार अपने मताधिकार का उपयोग किया। श्रीमती लीना साहू ने कहा कि महिलाओं के लिये पिंक मतदान केन्द्र की सुविधा के कारण ही वह मतदान करने आ सकीं। श्रीमती रिजवाना परवीन ने पिंक मतदान केन्द्र के समीप ही बनाये गये आंचल केन्द्र में मासूम बच्चों के लिये स्तनपान और खिलौनों की व्यवस्था की तारीफ की। रिजवाना ने अपने बच्चे को आंचल केन्द्र में खिलौनों के साथ खेलते हुए छोड़कर निश्चिंतता से मताधिकार का उपयोग किया। श्रीमती सरोज बेले ने पहली बार अपने मताधिकार का उपयोग करते हुए कहा कि पिंक मतदान केन्द्र की सुविधा के कारण ही वह मतदान करने आ सकी हैं।

बैतूल में मतदान केन्द्र क्रमांक-127, विनोबा वार्ड में श्रीमती आकांक्षा राठौर इसलिये निश्चिंतता से मताधिकार का उपयोग कर सकीं, क्योंकि उनके बच्चे को आंचल केन्द्र में खेलने के लिये खिलौने मिले। श्रीमती सोनाली राठौर मतदान केन्द्र पर गर्भवती एवं धात्री महिलाओं के लिये उपलब्ध कराई गई सुविधाओं से संतुष्ट और प्रसन्न नजर आयीं।

भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार सुगम एवं समावेशी मतदान योजना का विस्तार करते हुए इसके पोर्टल पर दिव्यांगजनों के अलावा गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को पंजीयन की सुविधा प्रदान की गई थी। सुगम पोर्टल और मोबाइल एप में पंजीकृत होने पर गर्भवती एवं धात्री महिला मतदाताओं को सुगम्य पास प्रदान किये गये थे। इन पास के कारण महिला मतदाताओं को बिना लाइन में लगे मतदान की सुविधा मिली।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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